Britain Scientist Secret Revealed: आदमी को अपनी उत्पत्ति के बारे में जानने में विशेष रुचि रहती है. वह जानना चाहता है कि कैसे उसके पूर्वज रहते, खाते और दिखते होंगे. इसी कड़ी में ब्रिटेन के शोधकर्ताओं को एक बड़ी कामयाबी मिली है. उन्होंने 75,000 साल पुरानी एक महिला की खोपड़ी से उसका चेहरा बनाया है और उसका 3डी मॉडल भी तैयार किया है.
इस महिला की खोपड़ी साल 2018 में कुर्दिस्तान की एक गुफा के पास मिली थी. शोध के बाद पता चला खोपड़ी 75,000 साल पुरानी है और निएंडरथल प्रजाति से संबंध रखती है.
इसी महिला का चेहरा बनाकर ब्रिटेन के शोधकर्ताओं ने दुनिया के सामने पेश किया है और बताया है कि उस दौर के लोग कैसे दिखते होंगे.
‘शानिदार ज़ेड’ के नाम से क्यों जानी जाती है आदिम महिला ?
जिस आदिम महिला की खोपड़ी कुर्दिस्तान से मिली थी शोधकर्ताओं ने उसका नाम ‘शानिदार ज़ेड’ रखा है. ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि महिला की खोपड़ी जिस गुफा से मिली थी उस गुफा का नाम भी यही था.
शोधकर्ताओं को जब ये खोपड़ी मिली तब यह 200 टुकड़ों में बिखरी हुई थी, जिसको जोड़ने के बाद उन्होंने इसके 3डी मॉडल को तैयार किया है. इस खोपड़ी को एक साथ जोड़ने में वैज्ञानिकों को 1 साल से ज्यादा का समय लगा क्योंकि ये काम काफी सावधानीपूर्वक करना पड़ता है.
कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय की इस परियोजना से जुड़ी पुरा-मानवविज्ञानी डॉ. एम्मा पोमेरॉय ने कहा, "मुझे लगता है कि यह हमें जानने में मदद कर सकती हैं कि वें (निएंडरथल) कौन थे. "
क्यों हुआ चेहरे का पुनर्निर्माण ?
इस चेहरे का पुनर्निर्माण शोध के साथ- साथ नेटफ्लिक्स के लिए बीबीसी स्टूडियो की डॉक्यूमेंट्री, "सीक्रेट्स ऑफ़ द निएंडरथल्स" के लिए हुआ है. यह डॉक्यूमेंट्री लंबे समय से खोए हुए विकासवादी इंसानों के बारे में हमारी समझ को बढ़ाने पर काम कर रही है. यूं तो निएंडरथल हम होमो सेपियन्स से एक अलग प्रजाति है, पर इस प्रजाति की हम होमो सेपियन्स के साथ कई समानताएं हैं, जिससे आधुनिक मनुष्यों के इतिहास को बेहतर समझने में मदद मिल सकती है.