लंदन: ब्रिटेन ने महिलाओं के सैनिटरी प्रोडेक्ट्स पर सेल्स टैक्स को समाप्त करते हुए तथाकथित "टैम्पोन टैक्स" को समाप्त कर दिया है. ब्रिटेन के इस कदम की महिला अधिकार कार्यकर्ताओं के साथ-साथ ब्रेक्जिट समर्थकों ने भी तारीफ की है.
ब्रिटेन के वित्त मंत्री ऋषि सुनक ने मार्च में अपने बजट भाषण में जनता के बीच में आलोचना के शिकार रहे टैम्पोन टैक्स और पैड्स पर लगने वाले टैक्स कोसमाप्त करने की बात कही थी. लेकिन ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से अलग होने के बाद शुक्रवार को यह टैक्स हटाया जा सका है.
लक्जरी आइट्मस की श्रेणी में थे सैनिटरी प्रोडेक्ट्स
यूरोपीय संघ के कानून के अनुसार सदस्य देशों इन प्रोडेक्ट्स पर वैल्यू एडेड टैक्स 5 फीसदी से कम नहीं कर सकते थे, जिसका अर्थ था कि इन प्रोडेक्ट्स को लक्जरी वस्तुओं में शामिल किया जाता था और यह जरूरी प्रोडेक्ट्स में नहीं माने जाते थे.
सुनक ने कहा, '' सेनेटरी प्रोडक्ट्स जरूरी हैं, इसलिए यह सही है कि हम वैट चार्ज न करें. हम पहले ही स्कूलों, कॉलेजों और अस्पतालों में फ्री सैनिटरी प्रोडेक्ट्स दे रहे हैं और यह कदम हमें इन प्रोडेक्ट्स को महिलाओं के लिए सस्ता और सुलभ बनाने के करीब लाता है."
अब खुद के नियम बना पाएगा ब्रिटेन
ब्रिटेन ने आधिकारिक तौर पर गुरुवार रात 11 बजे यूरोपिय यूनियन से आर्थिक रूप से अलग हो गया. जो वस्तुओं और सेवाओं के लिए विशाल एकल बाजार था. अब इसे अपने स्वयं के कानूनों को निर्धारित करने की छूट मिल जाएगी. ब्रिटेन के ब्रेक्जिट समर्थकों के लिए इसका मतलब यूरोपीय संघ और उसके नियमों से राष्ट्रीय स्वतंत्रता को पुनः प्राप्त करना है. उन्होंने टैम्पोन टैक्स के खात्में को ब्रेक्जिट से होने वाले शुरुआती पॉजिटिल चेंज के रूप में इंगित किया है.
एक औसत महिला को लगभग 40 पाउंड की बचत का अनुमान
ब्रिटेन की ट्रेजरी अनुमान लगाया है कि इस कदम से एक औसत महिला को उनके जीवनकाल में लगभग 40 पाउंड की बचत होगी. महिला अधिकारों के लिए काम करने वाली एक सोसाइटी की सीईओ फेलिसिया विलो ने कहा “इस मुकाम तक पहुंचने के लिए एक लंबा रास्ता तय किया है लेकिन आखिरकार सैनिटरी प्रोडेक्ट लक्जरी आइट्मस से बाहर कर दिया गया है. "
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