Britain Crime: पहले बदला नाम...फिर 5 साल तक देता रहा UK की ताकतकर एजेंसी को चकमा- मोस्ट वांटेड ड्रग्स सरगना अब थाईलैंड से गिरफ्तार
Richard Wakeling Arrested: 2016 में करीब 1 अरब रुपये की ड्रग्स तस्करी के बाद रिचर्ड वैकलिंग (Richard Wakeling) का नाम सुर्खियों में आया था. कोर्ट से इसे 11 साल जेल की सजा सुनाई गई थी.
Most Wanted UK Drug Lord Arrested: ब्रिटेन (Britain) में पिछले पांच साल से जांच एजेंसी को चकमा देने वाले शातिर ड्रग्स सरगना को थाइलैंड से गिरफ्तार कर लिया गया है. इस बड़े अपराधी का नाम रिचर्ड वैकलिंग (Richard Wakeling) है. इसे ब्रिटिश नेशनल क्राइम एजेंसी (NCA) की मोस्ट वॉन्टेड वॉच लिस्ट में रखा गया था. ये नाम बदलकर थाइलैंड में रह रहा था.
रॉयल थाई पुलिस के अधिकारियों ने शुक्रवार (10 फरवरी) को उसे बैंकॉक (Bangkok) के एक गैरेज से उस समय गिरफ्तार कर लिया, जब वह मरम्मत के बाद अपनी कार लेने गया था. उसके पास एक और पहचान का पासपोर्ट था. ये मूल रूप से दक्षिण पूर्व इंग्लैंड में एसेक्स काउंटी का रहने वाला है.
अपराध की दुनिया में बॉस नाम से चर्चित
थाईलैंड पुलिस ने रविवार (12 फरवरी) को बताया कि पांच साल तक फरार रहने के बाद थाईलैंड में रिचर्ड वैकलिंग को धर दबोचा गया. ये अपराध की दुनिया में 'बॉस' के नाम से कुख्यात हो गया था. इसका नेटवर्क कई देशों में फैला हुआ था. 2016 में करीब 1 अरब रुपये एम्फ़ैटेमिन ड्रग्स की तस्करी के प्रयास के बाद रिचर्ड वैकलिंग का नाम सुर्खियों में आया था. पुलिस के मुताबिक वह समुद्र तटीय शहर हुआ हिन में कई सालों से रह रहा था. एनसीए ने पहले उसके ठिकानों की जानकारी के लिए काफी कोशिशें की थी.
11 साल की सुनाई गई थी सजा
ड्रग्स मामले में रिचर्ड वैकलिंग को 11 साल की सजा सुनाई गई थी. गिरफ्तारी की आशंका के बीच 2018 में ये शातिर अपराधी ब्रिटेन छोड़कर भाग गया था. इसकी उम्र करीब 55 साल है और ये एक पैर से विकलांग है. वैकलिंग के दाहिने पैर का निचला हिस्सा कृत्रिम है. इसे ब्रिटिश नेशनल क्राइम एजेंसी (NCA) की "मोस्ट वॉन्टेड" वॉच लिस्ट में रखा गया था. वैकलिंग को एनसीए के साथ काम कर रहे केंद्रीय जांच ब्यूरो ने बैंकॉक में पकड़ा था.
नाम और पासपोर्ट बदलकर रह रहा था
न्यूज एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक गिरफ्तारी में शामिल थाईलैंड पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 1993 के बाद से वह नियमित रूप से थाईलैंड की यात्रा करता था, लेकिन आरोपित होने के बाद उसने अपना नाम और पासपोर्ट बदल लिया था. इस वजह से वो इतने दिन तक जांच एजेंसी को धोखा देने में कामयाब रहा. प्रत्यर्पण प्रक्रिया शुरू करने के लिए वैकलिंग को सोमवार को अदालत ले जाया जाएगा.