लंदन: भारत में धोखाधड़ी और 9000 करोड़ रुपये के गबन के आरोपों को लेकर भारत में मोस्ट वांटेड शराब कारोबारी विजय माल्या अपनी डिपोर्टेशन की सुनवाई के सिलसिले में अदालत में पेश हुए लेकिन सुनवाई बेनतीजा रही. दरअसल ये सुनवाई इसलिए बेनतीजा रही क्योंकि बचाव पक्ष अपनी दलीलें पूरी नहीं कर पाया.


माल्या लंदन में वेस्टमिनिस्टर मजिस्ट्रेट अदालत में फिर एक बार पहुंचे क्योंकि बचाव पक्ष भारत सरकार के सबूतों के खिलाफ़ अपनी दलीलें पेश करना चाह रहा है. सुनवाई के दौरान इस मामले में अंतिम सुनवाइयों में एक सुनवाई होने की संभावना थी लेकिन यह बेनतीजा रही क्योंकि बचाव पक्ष अपनी दलीलें पूरी नहीं कर पाया.


आपको बता दें कि ऐसे और इस जैसे कई अन्य मामलों को लेकर भारत और ब्रिटेन एक एओयू साइन करने वाले हैं जिसके बाद प्रत्यर्यपण के नियम बदल जाएंगे और ऐसे लोगों को डिपोर्ट करना आसान हो जाएगा.