तीन दिन की निजी यात्रा पर बेंगलुरु आए थे किंग चार्ल्स, जानें क्या था कारण
First Visit after Coronation : किंग चार्ल्स बेंगलुरु में इलाज करा रहे हैं. हालांकि, ये तीन दिनों की यात्रा किंग चार्ल्स की ताजपोशी के बाद भारत में पहली यात्रा है, जिसमें क्वीन कैमिलिया साथ थीं.
King Charles visits Bengaluru : ब्रिटेन के किंग चार्ल्स एक तीन दिन की निजी यात्रा पर बेंगलुरु आए थे. पीटीआई के सूत्रों ने बुधवार को बताया कि किंग चार्ल्स पत्नी क्वीन कैमिलिया के साथ बेंगलुरु के एक विशाल इंटीग्रेटिव मेडिकल फेसिलिटी में रुके थे. अफसरों के अनुसार, किंग चार्ल्स पत्नी क्वीन कैमिलिया के साथ होलिस्टिक हेल्थ सेंटर, जो योगा और मेडिटेशन थेरेपी सहित विभिन्न रिजुवनेटिव ट्रीटमेंट के लिए जाना जाता है, में तीन दिनों तक रहे. किंग चार्ल्स और क्वीन कैमिलिया इस मेडिकल फेसिलिटी में आयुर्वेद और नैचुरोपैथी समेत विभिन्न स्वास्थ्य इलाज के लिए पूर्व में भी आए थे. जिनकी सुबह की शुरुआत योगा सेशन के साथ होती थी.
ऐसा बताया गया कि विभिन्न स्वास्थ्य इलाजों के दौरान उन्हें स्पेशल डायट पर रखा गया था. इस दौरान उन्हें 30 एकड़ के फैले कैंपस से ऑर्गेनिक फार्म तक के टहलना भी खूब पसंद आया. जानकारी के मुताबिक, “वो बेंगलुरु के इस फेसिलिटी में तीन दिन तक रहे और अगली सुबह वापस लौट गए.”
पूर्व में भी करा चुके हैं इलाज
किंग चार्ल्स की यह पहली यात्रा नहीं थी. इसके पहले भी किंग चार्ल्स कर्नाटक के सामन्थावली में व्हाइटफील्ड के करीब इंटरनेशनल हालिस्टिक होलिस्टिक केंद्र ‘शौक्य’ में इलाज के लिए आ चुके थे. यहां तक की साल 2019 में किंग चार्ल्स ने यहीं 71वां जन्मदिन भी मनाया था. इस केंद्र को डा. आइशेक मथई द्वारा संचालित किया जाता है. डा. आइशेक मथई ब्रिटेन की किंग चार्ल्स के ताजपोशी में शामिल होने वाले भारत से जाने वाले चुनिंदा लोगों में से एक हैं. किंग चार्ल्स आयुर्वेद के बहुत बड़े समर्थक हैं. अप्रैल, 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्रिटेन यात्रा के दौरान किंग चार्ल्स (तत्कालीन प्रिंस) उनके साथ रहे थे.
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