Britain Political Crisis: ब्रिटेन (Britain) के अगले प्रधानमंत्री पद के लिए दौड़ में भारतीय मूल के ऋषि सुनक (Rishi Sunak) का नाम सबसे आगे चल रहा है. 10 डाउनिंग स्ट्रीट की चाबी जीतने में ब्रिटिश प्रधानमंत्री लिज़ ट्रस (Liz Truss) को साढ़े आठ हफ्ते का समय लगा. उनका उत्तराधिकारी कुछ ही दिनों में वही उपलब्धि हासिल कर लेगा. इस बार पार्टी के नए नेता के चुनाव की प्रक्रिया को अधिकतम एक हफ्ते के भीतर पूरा कर लिया जाएगा. पार्टी का नेता ही ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेगा. यह उस मुकाबले के बिल्कुल विपरीत होगा जिसके कारण ट्रस प्रधानमंत्री बनी थीं. प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने महज 45 दिनों में ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. वह अपनी आर्थिक नीतियों को लेकर अपनी ही पार्टी के निशाने पर थीं.
तीन उम्मीदवारों के बीच मुकाबला
ब्रिटेन में सियासी उथर-पुथल के बीच अब अगले प्रधानमंत्री को लेकर कवायद तेज हो गई है. ब्रिटेन का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा, सभी की निगाहें इसी पर टिकी हुई हैं. बताया जा रहा है कि 28 अक्टूबर तक ब्रिटेन को नया प्रधानमंत्री मिल सकता है. कंजर्वेटिव बैकबेंचर्स की 1922 समिति के अध्यक्ष ग्राहम ब्रैडी के अनुसार, प्रत्येक उम्मीदवार को सोमवार (24 अक्टूबर) को दोपहर 2 बजे तक 100 सांसदों का समर्थन हासिल करना होगा.
गुरुवार की देर शाम पीएम पद के लिए नामांकन ओपन हुए. चूंकि संसद में पार्टी के 357 सांसद हैं, इसलिए अनिवार्य रूप से अधिकतम तीन उम्मीदवारों तक सीमित होगा. हालांकि, अभी तक कोई औपचारिक दावेदार नहीं हैं, लेकिन मुकाबला व्यापक रूप से जॉनसन, पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक और वरिष्ठ कैबिनेट सदस्य पेनी मोर्डौंट के बीच होने की उम्मीद है.
ऐसे होगा प्रधानमंत्री का चुनाव
अगले हफ्ते सोमवार को दोपहर 3 बजकर 30 मिनट पर पहली वोटिंग होगी, जिसका रिजल्ट शाम 6 बजे घोषित किया जाएगा. यदि तीन उम्मीदवार हैं, तो सबसे कम वोट वाले उम्मीदवार को रेस से बाहर कर दिया जाएगा. अंतिम दो फिर दूसरे दौर के लिए मुकाबला करेंगे. जिसका मकसद सांसदों की पसंद के बारे में जानना है, जिसका रिजल्ट रात 9 बजे घोषित किया जाएगा.
इस प्रकार, सबसे कम वोट पाने वाला उम्मीदवार बाहर हो सकता है. वैसे ही जैसा कि साल 2016 में थेरेसा मे के प्रधानमंत्री बनने पर हुआ था. इस स्थिति में अकेला बचा हुआ उम्मीदवार अपने आप ही पार्टी का नेता और प्रधानमंत्री बन जाता है. वहीं, अगर दो उम्मीदवार रहते हैं तो ऐसी स्थिति में पार्टी के सदस्य ऑनलाइन वोटिंग के जरिए 28 अक्टूबर प्रधानमंत्री का चुनाव करेंगे.
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