ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के नए फैसले से भारतीय छात्रों को लगेगा झटका, वीजा नियमों में क्या हुए बदलाव
Britain Visa Rule: ब्रिटेन की सरकार ने नए वीजा नियम 1 जनवरी 2024 से लागू कर दिए हैं. इसका मकसद प्रवासियों के अवैध आमद पर रोक लगाना है.
Britain New Visa Rule: ऋषि सुनक ने ब्रिटेन में बढ़ते प्रवासियों की संख्या पर नकेल कसने के लिए वीजा नियमों में सख्ती लाने का एलान किया है. ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, "हम अप्रवास पर लगाम लगाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं. आज (1 जनवरी 2024) से ही ब्रिटेन आने वाले विदेशी छात्र अपने परिवार के लोगों को अपने साथ नहीं ला सकेंगे.हालांकि ये पोस्ट ग्रेजुएट और सरकारी स्कॉलरशिप पाने वाले छात्रों पर बाध्य नहीं होगा."
यानी अब ब्रिटेन पढ़ने जाने वाले छात्र अपने परिवार के किसी सदस्य को साथ नहीं ले जा सकेंगे. ये नया वीजा नियम पिछले साल मई में पेश किया गया. इसे अभी इसलिए लागू किया गया क्योंकि बढ़ते अप्रवास की वजह से पीएम सुनक को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा था.
We are fully committed to seeing a decisive cut in migration.
— Home Office (@ukhomeoffice) January 1, 2024
From today, new overseas students will no longer be able to bring family members to the UK.
Postgraduate research or government-funded scholarships students will be exempt. pic.twitter.com/QpwEf9BCfj
भारत से कितने छात्र जाते हैं ब्रिटेन?
पिछले साल जून में ब्रिटन ने 1 लाख 42 हजार 848 छात्रों को वीजा दिया था. ये संख्या 2022 के आंकड़ों से 58 फीसदी ज्यादा थी.ब्रिटेन के गृह मंत्रालय के मुताबिक ब्रिटेन में सबसे ज्यादा विदेशी छात्र भारत से ही जाते हैं. ये कुल छात्रों की एक तिहाई हिस्सा है. स्नातक स्तर पर अंतरराष्ट्रीय छात्रों की वृद्धि सालाना लगभग 10 प्रतिशत रही है. ब्रिटेन के गृह कार्यालय के आंकड़ों के अनुसार, 2022-23 में ब्रिटेन में उच्च शिक्षा में प्रवेश करने वाले कुल 139,700 भारतीय छात्र (कुल का 30 प्रतिशत) थे. ब्रिटेन सरकार के नए वीजा नियम लागू होने के बाद विदेशी छात्रों की परेशानी बढ़ गई है. उन्हें अब कई सुविधाओं से वंचित होना पड़ेगा.
From today, the majority of foreign university students cannot bring family members to the UK.
— Rishi Sunak (@RishiSunak) January 1, 2024
In 2024, we’re already delivering for the British people. https://t.co/m0TcSaxK9V
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