Britain: ब्रिटेन सरकार ईरान के रेवोल्यूशनरी गार्ड के खिलाफ जल्द लेगी बड़ा फैसला, UK से जुड़े 7 लोगों की गिरफ्तारी पर PM सुनक सख्त
Britain on Iran Revolutionary Guard: ब्रिटेन ने ईरान के रेवोल्यूशनरी गार्ड को आतंकवादी ग्रुप को छोषित करने का फैसला किया है.
Britain on Iran Revolutionary Guard: ब्रिटेन की ऋषि सुनक सरकार जल्द ही ईरान के खिलाफ बड़ा फैसला लेगी. ब्रिटेन आधिकारिक तौर पर ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड (Iran Revolutionary Guard) को आतंकवादी ग्रुप (Terrorist Group) घोषित करेगा. टेलीग्राफ की एक रिपोर्ट में सूत्रों का हवाला देते हुए बताया गया है कि ब्रिटेन आधिकारिक तौर पर ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड को टेररिस्ट ग्रुप घोषित करेगा, जिसने सरकार विरोधी प्रदर्शनों को लेकर यूनाइटेड किंगडम (UK) से संबंध रखने वाले सात लोगों को गिरफ्तार किया था.
रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्रिटेन की ओर से इस कदम की घोषणा कुछ ही दिनों के अंदर की जाएगी. जानकारी के मुताबिक इस प्रस्ताव को लेकर ब्रिटेन के सुरक्षा मंत्री टॉम तुगेंदत (Security Minister Tom Tugendhat) और गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन (Suella Braverman) का समर्थन है.
रिवोल्यूशनरी गार्ड को टेररिस्ट ग्रुप घोषित करेगा
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटेन जल्द ही फैसला लेते हुए ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड को टेररिस्ट ग्रुप घोषित कर उस पर शिकंजा कसेगा. ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड को एक आतंकवादी समूह के रूप में प्रतिबंधित करने का अर्थ होगा कि इस ग्रुप से संबंध रखना, उसकी बैठकों में भाग लेना और सार्वजनिक तौर से उसका लोगो (Logo) रखना एक अपराध बन जाएगा. यूके होम ऑफिस ने टेलीग्राफ की रिपोर्ट पर फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं की है.
ऋषि सुनक ने क्या कहा?
ब्रिटेन के प्रधान मंत्री ऋषि सुनक (Britain PM Rishi Sunak) ईरान के रवैये को लेकर काफी नाराज और सख्त दिख रहे हैं. पीएम सुनक ने पिछले हफ्ते ईरान से अपने नागरिकों को हिरासत में लेने से रोकने की भी अपील की थी. ऋषि सुनक ने कहा था कि इस अभ्यास का इस्तेमाल राजनयिक लाभ प्राप्त करने के लिए नहीं किया जाना चाहिए.
ब्रिटेन के 7 लोगों की हुई थी गिरफ्तारी
ईरान ने हिजाब विरोधी आंदोलन के लिए ब्रिटेन को जिम्मेदार ठहराया है. ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स (Iran Revolutionary Guard) ने पिछले हफ्ते सात लोगों को सरकार विरोधी प्रदर्शनों को लेकर ब्रिटेन से जुड़े लोगों को गिरफ्तार किया था. 22 वर्षीय कुर्द ईरानी महसा अमिनी की मौत के बाद देश में काफी विरोध प्रदर्शन हुए थे. महसा अमिनी (Mahsa Amini) को ईरान के सख्त इस्लामिक कानून के तहत उचित कपड़े न पहनने के जुर्म में गिरफ्तार किया गया था. आरोप है कि पुलिस की पिटाई से उनकी मौत हो गई थी.
ये भी पढ़ें:
इस्लामिक देश सऊदी अरब में अब बुलेट ट्रेन चलाएंगी महिलाएं, पूरा प्लान तैयार, यहां जानिए सबकुछ