Rishi Sunak G-20 Summit: ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक रविवार को अपने पहले जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए रवाना हुए. इस दौरान उन्होंने वैश्विक शक्तियों को "विश्व की अर्थव्यवस्था के शोषण के खिलाफ एकजुट होने का आग्रह" किया. माना जा रहा है कि उनका यह बयान चीन के खिलाफ था.
इस साल यूके के तीसरे प्रधानमंत्री बनने के बाद, सुनक इंडोनेशिया के बाली में शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और अन्य विश्व नेताओं के साथ अपनी पहली द्विपक्षीय बैठक करने के लिए तैयार हैं.
चीन और रूस पर क्या होगी सुनक की नीति
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो ऋषि सुनक चीन को लेकर काफी आक्रामक नजर आ सकते हैं. वहीं रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के शासन के खिलाफ सुनक की पूर्व-शिखर चेतावनी भी स्पष्ट हो गई है. उन्होंने शनिवार को एक बयान में कहा, "हम पुतिन के शासन पर चर्चा का आह्वान करेंगे और जी-20 जैसे संप्रभुता मंचों के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग और सम्मान के लिए उनकी पूरी तरह से अवमानना करेंगे." बता दें कि रूसी राष्ट्रपति जी-20 समिट में भाग नहीं ले रहे हैं और सुनक के प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री बाली में रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के सामने ये मुद्दा उठाएंगे.
'यूक्रेन के लिए कम नहीं होगा ब्रिटेन का समर्थन'
ऐसा माना जा रहा था कि ब्रिटेन में ऊर्जी की बढ़ती कीमतों के कारण सुनक का रूस के प्रति नरम व्यवहार देखने को मिल सकता है. हालांकि, सुनक के प्रवक्ता ने इस पर उनकी नीति को स्पष्ट कर दिया है. सुनक के प्रवक्ता ने संवाददाताओं से कहा कि यूक्रेन के लिए ब्रिटेन का समर्थन "कम नहीं होगा और न ही बदलेगा." प्रवक्ता ने कहा कि बाली में सुनक "इस पर हमारे सहयोगियों के साथ एक स्वर में बात करेंगे."
बाली से लौटने के बाद ब्रिटेन में पेश होगा बजट
बता दें कि सुनक गुरुवार की सुबह ब्रिटेन लौटेंगे और सबसे पहले अपने वित्त मंत्री की आपातकालीन बजट वक्तव्य की प्रस्तुति के लिए जाने वाले हैं. सुनक ने कहा कि गुरुवार का बजट "यह निर्धारित करेगा कि हम इस देश को सही रास्ते पर कैसे लाएंगे." हालांकि, बाली के लिए उड़ान भरने से पहले उन्होंने कहा, "एक दशक में सबसे बड़े आर्थिक संकट को दूर करने के लिए दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के ठोस प्रयास की आवश्यकता होगी...ये ऐसी समस्याएं नहीं हैं, जिन्हें हम अकेले हल कर सकते हैं."
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