Britain PM Rishi Sunak: ऋषि सुनक ने की ससुर नारायण मूर्ति की तारीफ, बोले- राजनीति में आने पर उन्होंने किया समर्थन
Rishi Sunak News: ऋषि सुनक ने कहा था कि उनके जैसे व्यक्ति का परिवार में होना गर्व की बात है. उनका मार्गदर्शन और समर्थन हमेशा से ही उनके साथ रहा है.
Britain New PM Rishi Sunak: भारतीय मूल के ऋषि सुनक (Rishi Sunak) ने ब्रिटेन का प्रधानमंत्री (Britain PM) बन इतिहास रच दिया. उनकी इस कामयाबी पर दुनिया भर से उन्हें मुबारकबाद देने का सिलसिला जारी है. इस अवसर पर इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति (Narayana Murthy) ने अपने दामाद ऋषि सुनक को ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनाए जाने पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें उनपर गर्व है और वह उनकी सफलता की कामना करते हैं.
ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनने से पहले ऋषि सुनक ने एनडीटीवी को साल 2015 में दिए एक इंटरव्यू में अपने ससुर की जमकर तारीफ की थी. ऋषि सुनक ने अपने इस इंटरव्यू में कहा था कि वह जरूरत पड़ने पर अपने ससुर से हर मसले पर उचित सलाह लेते हैं.
ससुर नारायण मूर्ति के बारे में क्या बोले सुनक?
इस इंटरव्यू के दौरान ऋषि सुनक से राजनीति में उनकी एंट्री को लेकर नारायण मूर्ति के रिक्शन के बारे में पूछा गया, जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि वह उनके इस फैसले से काफी खुश थे और उन्होंने मेरे इस फैसले का पूरा समर्थन किया. सुनक ने कहा था कि उनके जैसे व्यक्ति का परिवार में होना गर्व की बात है. उनका मार्गदर्शन और समर्थन हमेशा से ही उनके साथ रहा है. सुनक ने कहा हम जब भी किसी विषय पर चर्चा करते हैं तो वह अक्सर बातों की बजाय डेटा पर विश्वास करते हैं.
गौरतलब है कि 42 वर्षीय सुनक ने कंजरवेटिव पार्टी के नेतृत्व पद की दौड़ में जीत हासिल की और ब्रिटेन के भारतीय मूल के पहले प्रधानमंत्री बनने का गौरव हासिल किया. ऋषि सुनक और इंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति की मुलाकात कैलिफोर्निया के स्टैनफोर्ड से एमबीए के दौरान हुई थी. सुनक ने साल 2009 में अक्षता से शादी की और दंपत्ति की दो बेटियां कृष्णा और अनुष्का हैं.
नारायण मूर्ति ने ऐसे खड़ी की कंपनी
नारायण मूर्ति ने साल 1981 में छह अन्य सॉफ्टवेयर पेशेवरों के साथ इंफोसिस की स्थापना की. उनकी पत्नी सुधा मूर्ति ने कारोबार के लिए 10,000 रुपये का प्रारंभिक पूंजी निवेश के लिए दी थी. इंफोसिस ने 1984 में अपना पहला कंप्यूटर बनाया. इंफोसिस के शुरुआती दिन चुनौतियों से भरे थे. बाद में कंपनी ने अच्छा खासा कारोबार किया और नारायण मूर्ति की ख्याति दुनिया भर में मशहूर हो गई. वित्त वर्ष 2012 में इंफोसिस का वार्षिक राजस्व 16.31 अरब डॉलर से अधिक था, जबकि शुद्ध आय 2.96 अरब डॉलर से अधिक थी. इस अवधि के दौरान कंपनी के 1,741 एक्टिव ग्राहक थे. मूर्ति ने 2011 में कंपनी के अध्यक्ष के रूप में पद छोड़ दिया था.
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