Britain: जब किराएदारों ने तोड़ दिया मकान मालकिन का भरोसा...यात्रा से वापस लौटी तो घर का हाल देख रह गई हैरान
UK Tenants Trashed Woman House: ब्रिटेन (Britain) की महिला जब ट्रिप खत्म करने के बाद लौटी तो घर की गंदी हालत देख उसे रोना आ रहा था. किराएदार घर को खुला छोड़कर नए घर में शिफ्ट हो गए थे.
Britain Tenants Trashed Woman House: ब्रिटेन में एक मकान मालकिन का भरोसा उसके किराएदारों (Tenants) ने ही तोड़ दिया. यूके की एक महिला अपने घर को किराएदारों के भरोसे छोड़कर ट्रिप पर गई थी. वो अपने साथी के साथ छुट्टी मनाने के लिए बाहर घूमने गई थीं. लेकिन जब वह लौटी तो घर की हालत देखकर हैरान रह गई. महिला के घर में गंदगी का अंबार लगा था. हर जगह सामान बिखरे पड़े मिले.
मेट्रो की एक रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटिश महिला ने बताया कि वो अपने साथी के साथ दक्षिण-पूर्व एशिया (Southeast Asia) की अपनी साल भर की नियोजित यात्रा पर गईं थी. ट्रिप पर जाने से पहले महिला ने अपने पूरे घर को रेनोवेट करावाया था.
किराएदारों ने तोड़ा महिला का भरोसा
रिपोर्ट के मुताबिक घर की वॉशिंग मशीन से लेकर ड्रायर, डिशवॉशर, बॉयलर, वॉर्डरोब और कुर्सियां सब टूटी थीं. सोफे पर दाग-धब्बे के निशान थे. खाने की कुर्सियों और मेज पर मक्खियों ने अंडे दे दिए थे. पूरे घर में इधर-उधर पुराने इस्तेमाल किए हुए कपड़े बिखरे पड़े थे.
पढ़े लिखे थे किराएदार
महिला ने बताया कि उन्होंने जिन लोगों को अपने घर में रहने के लिए किराए पर रखा था वे पढ़े लिखे थे. उन्होंने बताया कि मैं बस इतना जानती हूं कि उनमें से एक अकाउंटेंट और एक नर्स थी. महिला को अपने किराएदारों पर भरोसा था. उन्हें लगा था कि जो शख्स जीवन यापन के लिए लोगों की देखभाल करता है वह किसी और के घर को कैसे खराब कर सकता है. इस घर को ठीक करने में महिला को करीब 6 महीने का वक्त लग गया.
दरवाजा खुला छोड़कर चले गए थे किराएदार
महिला ने कहा कि उसे पड़ोसी का संदेश मिलने के बाद घर की चिंता बढ़ गई थी. पड़ोसी ने हमें बताने के लिए मैसेज किया कि उसे पुलिस को फोन करना होगा क्योंकि ऐसा लगता है कि किराएदार कुछ दिन पहले बाहर चले गए और सामने का दरवाजा खुला छोड़ दिया. आनन फानन में हम घर लौट गए और दरवाजा खोलकर देखा तो दिल टूट गया. जिस घर को इतनी मेहनत से सजाया था, उस घर में कचरे का ढेर था.
महिला को पता चला कि उनके पूर्व किराएदारों ने नॉर्थ मैनचेस्टर में एक घर खरीदा था. हालांकि ये समझ से परे था कि उन्हें अपने सामान की जरूरत क्यों नहीं पड़ी?