(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
UK Blacklists Pakistan: ब्रिटेन ने पाकिस्तान को क्यों बताया 'बेहद खतरनाक' देश, दुनिया के इन 24 देशों कर दिया 'ब्लैकलिस्ट', जानें वजह
Britain Blacklists Pakistan: ब्रिटेन के FCDO ने एडवाजरी कर पाकिस्तान, इजरायल, रूस, यूक्रेन समेत 24 देशों को 'ब्लैकलिस्ट' कर अपने नागरिकों को इन देशों की यात्रा नहीं करने की सलाह दी है.
United Kingdom Blacklists Pakistan: ब्रिटेन के फॉरेन, कॉमनवेल्थ और डेवल्पमेंट ऑफिस (FCDO) की ओर से हाल ही में ट्रैवल ए़डवाइजरी जारी की थी जिसमें पाकिस्तान को उन देशों की लिस्ट में शामिल किया जिन्हें उसने ब्रिटिश नागरिकों के लिए यात्रा करने के लिए 'बेहद खतरनाक' माना है. जियो न्यूज ने शुक्रवार (12 मार्च) को मैनचेस्टर इवनिंग न्यूज का हवाला देते हुए यह जानकारी दी है.
एफसीडीओ अपनी लिस्ट को अपडेट करते हुए इस तरह के देशों में इस बार 8 और देशों को जोड़ा है. एफसीडीओ की ओर से पाकिस्तान समेत कुल 24 जगहों को यात्रा के लिए प्रतिबंधित किया है जोकि उसके नागरिकों के लिए बहुत खतरनाक मानी गई हैं.
इस रिपोर्ट को जारी करते हुए FCDO ने चेतावनी देते हुए कई तरह की चिंताओं का जिक्र भी इसमें किया है जो पर्यटकों की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करती हैं. इसमें अपराध, युद्ध, आतंकवाद, बीमारी, मौसम की स्थिति और प्राकृतिक आपदाएं आदि प्रमुख रूप से शामिल की गई हैं. इस लिस्ट में जिन नए देशों को शामिल किया गया है वो संघर्षों में शामिल हैं. इनमें खासकर रूस, यूक्रेन, इजरायल, ईरान, सूडान, लेबनान, बेलारूस और फिलिस्तीनी क्षेत्र आदि शामिल हैं.
ब्लैकलिस्ट देशों की सूची में ये देश शामिल
वहीं, एफसीडीओ की ओर से जारी नई लिस्ट में ब्लैकलिस्ट किए गए देशों में अफगानिस्तान, बुर्किना फासो, मध्य अफ्रीकी गणराज्य, चाड, हैती, इराक, इजरायल, लेबनान, लीबिया, माली, नाइजर, उत्तर कोरिया, सोमालिया, सोमालीलैंड, दक्षिण सूडान, सीरिया, वेनेजुएला और यमन शामिल हैं.
पाकिस्तान को रेड लिस्ट में भी किया शामिल
जियो न्यूज के हवाले से विदेश कार्यालय ने एक रेड लिस्ट भी जारी की है. रेड लिस्ट में शामिल देश उन क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं जहां 'जब तक बिल्कुल आवश्यक न हो' यात्रा करने से बचना चाहिए. इस लिस्ट में पाकिस्तान भी शामिल किया गया है.
डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, 2023 में पाकिस्तान में 789 आतंकी हमलों और आतंकवाद विरोधी अभियानों से 1,524 हिंसा से संबंधित मौतें और 1,463 लोग घायल हुए थे जिनमें नागरिकों और सुरक्षा बलों के कर्मियों समेत करीब 1,000 मौतें शामिल हैं. इसके अतिरिक्त अपराधियों समेत कुल मौतों ने 6 साल के उच्चतम रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया जोकि 2018 के स्तर से अधिक है और 2017 के बाद से सबसे ज्यादा है. देश में लगातार तीसरे साल हिंसा में बढ़ोतरी रिकॉर्ड की गई जिसमें 2021 से शुरू होकर हर साल बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान प्रांत हिंसा के मुख्य केंद्र बिंदु के रूप में उभरे हैं. यहां पर कुल मौतों में से 90% से अधिक और 84% हमलों में आतंकवाद से लेकर सुरक्षा बल के संचालन तक की घटनाएं शामिल रहीं.
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