ब्रेक्जिट के बाद भारत संग करीबी रक्षा संबंध चाहता है ब्रिटेन
अगले महीने ब्रिटेन यूरोपीय संघ से बाहर होने की तैयारी में है. ब्रिटेन के सशस्त्र बल को आधुनिक करने के बारे में रॉयल यूनाइटेड सर्विस इंस्टीट्यूट (आरयूएसआई), लंदन में दिए अपने भाषण में रक्षा मंत्री ने कहा कि देश की क्षमताओं का इस्तेमाल करके इसके वैश्विक मौजदूगी को मजबूत करने की योजना है.
लंदन: ब्रिटेन के रक्षा मंत्री गेविन विलियमसन ने सोमवार को भारत के साथ करीबी संबंध बढ़ाने की हिमायत की क्योंकि अगले महीने ब्रिटेन यूरोपीय संघ से बाहर होने की तैयारी में है. ब्रिटेन के सशस्त्र बल को आधुनिक करने के बारे में रॉयल यूनाइटेड सर्विस इंस्टीट्यूट (आरयूएसआई), लंदन में दिए अपने भाषण में रक्षा मंत्री ने कहा कि देश की क्षमताओं का इस्तेमाल करके इसके वैश्विक मौजदूगी को मजबूत करने की योजना है.
उन्होंने कहा, ‘‘ब्रेक्जिट हमारे लिए एक मौका लेकर आया है. हमारे इतिहास का एक महत्वपूर्ण क्षण. एक ऐसा क्षण जब हमें अपनी उपस्थिति को जरूर मजबूत करना चाहिए.” विलियमसन ने कहा, ‘‘यूरोप के साथ हमारे संबंधों के साथ ही हमें फाइव आईज के तहत अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और कनाडा के साथ और अन्य एशियाई देशों जापान, रिपब्लिक ऑफ कोरिया और भारत के साथ संबंधों को मजबूत करने की जरूरत है."
क्या है ब्रेक्ज़िट ये ब्रिटेन और एक्ज़िट (किसी चीज़ से बाहर निकलना) को मिलाकर बना एक शब्द है. ये ब्रिटन के यूरोपियन यूनियन से बाहर निकलने से जुड़े प्रचार अभियान का नाम है. यूरोपियन यूनियन यूरोपिय देशों का एक समूह हैं. इसके कुल सदस्यों की संख्या 28 है जिससे ब्रिटेन बाहर निकलना चाहता है. ब्रिटेन का मानना है कि इसका हिस्सा होने की वजह से उसके विकास और इससे जुड़े तमाम पहलुओं पर असर पड़ रहा है.
2016 में इससे जुड़े जनमत संग्रह में देश के 51.9 प्रतिशत लोगों ने ब्रिटेन के यूरोपियन यूनियन से बाहर निकलने के पक्ष में वोट किया था. फिलहाल कई कारणों से ब्रिटेन के इससे बाहर निकलने की योजना अधर में लटकी नज़र आ रही है.
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