मिस्र में ब्रिटिश दंपत्ति की मौत के राज से उठा पर्दा, बेटी बोली- दर्द की भरपाई संभव नहीं
British Couple Death Case: जॉन और सुजैन जिस कमरे में ठहरे हुए थे उसके बगल के कमरे में खटमल को मारने के लिए लैम्बडा नामक एक कीटनाशक का छिड़काव किया गया था. उस कमरे के दरवाजों को सील किया गया था.
British Couple Death In Egypt: साल 2018 में एक ब्रिटिश दंपत्ति की मिस्र के एक रिसॉर्ट में रहस्यमयी तरीके से मौत हो गई थी, इस मामले को अब सुलझा लिया गया. दोनों लोगों की मौत की वजह का भी पता लगा लिया गया है. सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, इस दंपत्ति की मौत कार्बन मोनोऑक्साइड के वजह से हुई थी.
दंपत्ति का नाम जॉन कूपर और सुजैन था. इन दोनों की मौत का कारण डाइक्लोरोमेथेन युक्त कीटनाशक की गंध बनी है. इंग्लैंड के लंकाशायर के डॉ. जेम्स एडेली ने बुजुर्ग दंपत्ति के निधन के पांच साल बाद उनकी मौत के पीछे के रहस्य को सुलझा दिया.
कैसे हुई मौत?
डॉ. जेम्स एडेली की जांच के मुताबिक, दोनों दंपत्ति बुजुर्ग थे. वे लोग छुट्टियां मनाने के लिए स्टिगेनबर्गर एक्वा मैजिक होटल के अपने होटल के कमरे में गंभीर रूप से बीमार पाए गए. उन्हें आनन-फानन में अस्पताल में ले जाया गया. सबसे पहले जॉन कूपर की मौत हुई और कुछ घंटों के बाद सुजैन ने भी दम तोड़ दिया.
दरअसल जॉन और सुजैन जिस कमरे में ठहरे हुए थे उसके बगल के कमरे में खटमल को मारने के लिए लैम्बडा नाम के एक कीटनाशक का छिड़काव किया गया था. उस कमरे के दरवाजों को सील किया गया था लेकिन इसका दरवाजा ब्रितानी दंपत्ति के कमरे से सटा हुआ था और दरवाजों में छोटी-छोटी कई दरारें थीं. संभव है कि इन दरारों के जरिए ही जहर कमरे की हवा में फैल गया हो.
अंतहीन इंतजार
जॉन और सुजैन की बेटी केली ऑरमेरोड भी अपने माता-पिता के साथ छुट्टियों में मिस्र आई थी. उन्होंने बताया कि जब से उनके माता-पिता की मौत हुई है तब से वह काफी दर्द से गुजरी हैं. वह कहती हैं कि वह अपने माता-पिता की मौत की वजह काफी समय तक जान नहीं पाई.
उन्होंने कहा, "जो हुआ वैसा कभी नहीं होना चाहिए था. पिछले कुछ साल हम सब के लिए सबसे दर्दनाक और भावनात्मक रहे हैं." वह कहती हैं कि माता-पिता की मौत के बाद से परिवार को जो दर्द झेलना पड़ा है और जो नुकसान सबने झेला है उसकी भरपाई मुमकिन नहीं है.
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