Suella Braverman: कुरान की बेअदबी पर बच्चे को धमकियों से ब्रिटिश गृह मंत्री ब्रेवरमैन चिंतित, कहा- 'इस्लाम को विशेष सुरक्षा नहीं'
Suella Braverman: ब्रिटेन की गृह मंत्री ने अभिव्यक्ति की आजादी के गलत दिशा में जाने पर आगाह किया है कि इस्लाम को यह उम्मीद नहीं करनी चाहिए कि बेअदवी के खिलाफ उसके पास कोई विशेष सुरक्षा है.
Suella Braverman Over Islam: हाल में इस्लाम की सबसे पवित्र किताब कुरान को लेकर बहुत सी घटनाएं सामने आई हैं. कुछ दिन पहले भी ब्रिटेन के स्कूल में एक बच्चा कुरान लेकर आ गया, जिसके बाद किताब थोड़ी गंदी हो गई और फट गई. इसके बाद उस बच्चे को धमकियां मिलनी शुरू हो गईं.
कुरान को लेकर बच्चे को मिल रही धमकियों पर ब्रिटेन की गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन ने कहा है कि कुरान की प्रति को नुकसान पहुंचाने वाले बच्चों के खिलाफ हिंसा का खतरा चिंताजनक है.
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का व्यापक मुद्दा
ब्रेवरमैन ने कहा कि इससे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का व्यापक मुद्दा उठता है. ब्रिटिश न्यूज एजेंसी पीए की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ नई गाइडलाइंस पर काम करने का भी वादा किया है. गृह मंत्री ने कहा है कि वह यह साफ करना चाहती हैं कि शिक्षकों को सामुदायिक कार्यकर्ताओं को जवाब देने की आवश्यकता नहीं है. पिछले हफ्ते वेस्ट यॉर्कशायर के वेकफील्ड में केटलथोरपे हाई स्कूल में एक 14 वर्षीय छात्र कुरान के साथ स्कूल आया. बाद में इस किताब का कवर पेज फटा हुआ मिला और पन्नों पर धूल जमी हुई थी.
बेटे को जान से मारने की धमकी
इस घटना के बाद चार छात्रों को एक हफ्ते के लिए निलंबित कर दिया गया. शिक्षा विभाग के अधिकारी इस स्कूल के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. स्कूल के प्रधानाध्यापक ट्यूडर ग्रिफिथ के मुताबिक प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि घटना के पीछे कोई गलत मंशा नहीं थी. बच्चे की मां का कहना है कि वह 14 साल का है और ऑटिज्म से पीड़ित है. मां ने शिकायत की है कि उसके बेटे को जान से मारने की धमकी मिली है.
बच्चे ने मीटिंग में माफी मांगी
द टाइम्स के मुताबिक मां का कहना है कि उनके बच्चे ने मीटिंग में माफी मांगी है और बुधवार (1 मार्च) दोपहर से खाना नहीं खाया है. गृह मंत्री ने कहा कि ग्रेट ब्रिटेन में कोई ईशनिंदा कानून नहीं है और हमें उन्हें देश पर लागू करने के प्रयासों का हिस्सा नहीं बनना चाहिए. किसी एक धर्म के प्रति आस्थावान होने की कोई कानूनी बाध्यता भी नहीं है.
अभिव्यक्ति की आजादी के गलत दिशा में जाने की चेतावनी देते हुए गृह मंत्री ने कहा है कि इस्लाम को यह उम्मीद नहीं करनी चाहिए कि उसके पास कोई विशेष सुरक्षा है. लेखक सलमान रुश्दी को 1980 के दशक में मिली मौत की धमकी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इसका एक लंबा इतिहास है. ब्रेवरमैन ने कहा कि जल्द ही पुलिस के लिए नई गाइडलाइन जारी किया जाएगा.
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