Indian High Commission Attack Issue in British Parliament: ब्रिटेन की संसद के निचले सदन हाउस ऑफ कॉमन्स में गुरुवार (23 मार्च) को लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग में खालिस्तान समर्थकों की तरफ से की गई तोड़फोड़ का मुद्दा उठा. इस दौरान, ब्रिटिश सांसदों ने ‘खालिस्तानी चरमपंथियों’ के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने और भारतीय राजनयिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की.


कंजर्वेटिव पार्टी के सदस्य बॉब ब्लैकमैन ने जहां हिंसा में शामिल संगठनों पर प्रतिबंध लगाने के उपायों पर सदन में चर्चा करने की मांग की, तो वहीं विपक्षी दल लेबर पार्टी के सदस्य गैरथ थॉमस ने हाउस ऑफ कॉमन्स के अध्यक्ष से ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए उठाए जाने वाले कदमों के बारे में बताने को कहा.


कैबिनेट मंत्री ने की हमले की कड़ी निंदा


कैबिनेट मंत्री पेनी मॉरडॉन्ट ने कहा, “हम लंदन में भारतीय उच्चायोग के बाहर हुई तोड़फोड़ और हिंसक कृत्यों की कड़ी निंदा करते हैं. उच्चायोग और उसके कर्मचारियों के खिलाफ इस तरह के कृत्य पूरी तरह से अस्वीकार्य हैं.” उन्होंने आगे कहा, “उच्चायोग के आसपास सुरक्षा उपायों की समीक्षा करने के लिए मेट्रोपॉलिटन पुलिस के साथ काम किया जा रहा है और इसके कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव बदलाव किया जाएगा, ताकि वे इस देश और भारत, दोनों की सेवा करते हुए सुरक्षित जीवन व्यतीत कर सकें.”


खालिस्तान समर्थकों ने भारतीय उच्चायोग पर फहराया तिरंगा


तीन दिन पहले खालिस्तान के समर्थकों ने लंदन में भारतीय उच्चायोग पर हमला कर दिया था. इसके बाद फिर बुधवार (22 मार्च) को खालिस्तानी समर्थकों ने उच्चायोग के बाहर प्रदर्शन किया. हालांकि पिछली बार की स्थिति को भांपते हुए उच्चायोग की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया और बैरिकेड्स लगा दिए. इन्हीं बैरिकेड्स के सामने खड़े होकर हाथों में खालिस्तान का झंडा लेकर प्रदर्शन किया गया. इससे पहले भी खालिस्तान समर्थकों ने यहां हमला करते हुए प्रदर्शन किया था. तब खालिस्तान समर्थकों के विरोध प्रदर्शन के दौरान लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग पर फहरा रहे तिरंगे को नीचे उतारने का एक वीडियो सामने आया था.


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