Liz Truss Resigns: लिज ट्रस ने ब्रिटेन की प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है. डाउनिंग स्ट्रीट के बाहर अपने पद से इस्तीफा देने का ऐलान करते हुए उन्होंने कहा, "मैं कंजरवेटिव पार्टी के नेता के पद से इस्तीफा दे रही हूं. जब तक पार्टी नया प्रधानमंत्री नहीं चुन लेती, मैं तब तक कार्यभार संभालती रहूंगी.'' लिज़ ट्रस ने कहा, "मैं वह नहीं कर सकी, जिसके लिए मुझे कंजरवेटिव पार्टी ने पीएम पद के लिए चुना था." लिज़ ट्रस ने आगे कहा कि उनकी आर्थिक नीतियों की वजह से देश को नुकसान हुआ.
उन्होंने कहा, ‘‘हम इस बात के लिए सहमत हो गये हैं कि अगले सप्ताह तक नेतृत्व का चुनाव पूरा किया जाना है. इससे सुनिश्चित होगा कि हम अपनी वित्तीय योजनाओं को पूरा करने के मार्ग पर चलें और अपने देश की आर्थिक स्थिरता और राष्ट्रीय सुरक्षा को बनाकर रखें. मैं तब तक प्रधानमंत्री रहूंगी जब तक उत्तराधिकारी का चुनाव नहीं हो जाता.’’
मात्र 45 दिन की प्रधानमंत्री पद पर रहने के बाद देश में मची सियासी उथल-पुथल के बीच आखिरकार गुरुवार को ट्रस ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. इस तरह से लिज ट्रस ब्रिटेन में सबसे कम दिन तक प्रधानमंत्री रहने वाली महिला बन गई हैं. उनकी आर्थिक नीतियो के चलते ब्रिटेन के बाजार में उथल-पुथल मच गई थी और कंजरवेटिव पार्टी में बहुत से लोग उनके इस्तीफे की मांग कर रहे थे. ट्रस के इस्तीफा देने से पहले उनके दो प्रमुख मंत्रियों ने इस्तीफा दिया जिसके बाद ट्रस ने अपनी ही पार्टी के सभी सांसदों का विश्वास खो दिया और इस्तीफा दिया.
कहा था नहीं दूंगी इस्तीफा
अपनी गलती मानकर माफी मांगने वाले बयान के 24 घंटे से भी कम समय में लिज ट्रस ने अपने इस्तीफे की घोषणा की. उन्होंने कहा था, "मैं एक योद्धा हूं और पीएम पद को छोड़ने वाली नहीं हूं. मैं ऐसी हूं जो हर परिस्थिति से लड़ने को तैयार है और मैं हर कड़े फैसले लेने के लिए तैयार हूं."
अपने करीबी वित्तमंत्री को भी किया बर्खास्त
लिज ट्रस ने दिवंगत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन पर शोक के लिए 10 दिनों की छुट्टी दी थी और उसके बाद उन्होंने एक सप्ताह के भीतर मिनी बजट पेश किया, जिसके बाद उन्होंने अपने सबसे करीबी और वित्त मंत्री क्वासी क्वार्टेंग को बर्खास्त कर दिया था.
जनता से माफी भी मांगी
जब बवाल मचा तो लिज ट्र्स ने अपने गलत फैसले के लिए ब्रिटेन की जनता से माफी मांगी थी और कहा था कि मैं पीएम का पद नहीं छोड़ूंगी. उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि मैं टैक्स की समस्या से निपटने के लिए लोगों को उनके बिजली के बिलों में मदद करना चाहती थी, लेकिन हमने इसमें काफी तेजी दिखाई जो गलत साबित हुई.
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