Rishi Sunak On China: ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री ऋषि सुनक (Rishi Sunak) ने चीन (China) पर अपनी विदेश नीति को अब काफी हद तक स्पष्ट कर दिया है. उन्होंने सोमवार (28 नवंबर) को कहा कि चीन ने ब्रिटेन के 'मूल्यों और हितों' के लिए एक चुनौती पेश की है. उनका यह बयान उस समय आया जब बीबीसी ने चीनी पुलिस पर उनके एक पत्रकार को पीटने का आरोप लगाया और ब्रिटेन की सरकार ने भी घटना पर बीजिंग की निंदा की.


विदेश नीति पर अपने पहले प्रमुख भाषण में ऋषि सुनक ने कहा कि ब्रिटेन-चीन संबंधों का तथाकथित "सुनहरा युग" (Golden Era) खत्म हो गया है. सुनक ने लंदन में लॉर्ड मेयर के भोज में अपने भाषण में कहा कि अब ब्रिटेन को "चीन के प्रति अपने दृष्टिकोण को विकसित करने की आवश्यकता होगी."


'चीन के महत्व को आसानी से अनदेखा नहीं कर सकते'


ब्रिटेन के भारतीय मूल के प्रधानमंत्री ने कहा, "हम मानते हैं कि चीन हमारे मूल्यों और हितों के लिए एक प्रणालीगत चुनौती पेश करता रहा है... एक ऐसी चुनौती जो अधिक तीव्र होती जा रही है, क्योंकि यह और भी अधिक अधिनायकवाद की ओर बढ़ती है. हम विश्व मामले, वैश्विक आर्थिक स्थिरता या जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों में चीन के महत्व को आसानी से अनदेखा नहीं कर सकते. अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, जापान और कई अन्य देश भी इसे समझते हैं."


चीन पर अपनी विदेश नीति को स्पष्ट करते हुए सुनक ने कहा कि हम कूटनीति और जुड़ाव सहित इस तेज प्रतिस्पर्धा का प्रबंधन करेंगे. उनकी सरकार भारत-प्रशांत सहयोगियों के साथ व्यापार और सुरक्षा संबंधों को गहरा करने को प्राथमिकता देगी. हालांकि, अब सुनक के बयान पर चीन से क्या प्रतिक्रिया आएगी यह देखना काफी अहम होगा.


विदेश सचिव ने भी की निंदा


चीन पर सुनक के इस भाषण को बीबीसी पत्रकार की कथित पिटाई के बाद काफी अहम माना जा रहा है. ब्रिटिश विदेश सचिव जेम्स क्लेवरली ने भी इसकी निंदा की है. उन्होंने कहा कि यह काफी परेशान करने वाली घटना है. क्लेवरली ने ट्वीट किया, "मीडिया की स्वतंत्रता और विरोध करने की स्वतंत्रता का सम्मान किया जाना चाहिए... कोई भी देश इससे अछूता नहीं है."


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