British Union Strike: ब्रिटेन में ट्रेड यूनियन हड़ताल कर रही है. इसे लेकर ब्रिटेन प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने आलोचना की है. पीएम ऋषि सुनक ने क्रिसमस की छुट्टियों में हड़ताल करके लाखों लोगों को कष्ट देने के लिए ट्रेड यूनियनों की आलोचना की. दरअसल, सैलरी बढ़ाने और काम की दशा ठीक करने की मांग को लेकर ब्रिटेन में अगले कुछ हफ्तों में हड़ताल होनी है, जिसे लेकर सरकार ने अभी से तैयारी कर ली है.
यूनियनों की हड़ताल को देखते हुए ब्रिटेन की सरकार ने हड़ताली कर्मचारियों की भरपाई के लिए देश के 1200 सरकारी कर्मचारी जवानों को तैनात करने का ऐलान किया है. सरकार का कहना है कि इससे देश में जरूरी सेवाएं जारी रहेंगी. इनमें स्वास्थ्यकर्मी, रेलवे कर्मी और सीमा सुरक्षा के कर्मी शामिल होंगे.
लेख लिखकर कही बात...
पीएम ऋषि सुनक ने एक लेख लिखकर कहा है कि कर्मचारियों को एक उचित और किफायती प्रस्ताव दिया गया है. यह लेख 'द सन ऑन संडे' में लिखा गया है. लेख में यूनियनों पर वर्ग संघर्ष करने का आरोप लगाया गया है. सुनक ने कहा, "यूनियन क्रिसमस के मौके पर ट्रांसपोर्ट हड़ताल करके लाखों लोगों को परेशान कर रही हैं." साथ ही इसमें कहा गया है कि सरकार ने यूनियन को बार-बार सचेत किया है कि सैलरी में बढ़ोत्तरी की उनकी मांग को मानने से ब्रिटेन मुद्रास्फीति में फंस जाएगा, जिससे गरीबों पर प्रभाव पड़ेगा.
विपक्षी लेबर पार्टी भी मानती है हमारी बात!
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री सुनक ने कहा कि विपक्षी लेबर पार्टी भी मानती है कि यूनियनों की मांग पूरी नहीं की जा सकती है. उन्होंने कहा, "हम यह सुनिश्चित करने के लिए सब कुछ कर रहे हैं कि लोगों को क्रिसमस पर वह सब मिल सके जिसके वो हकदार हैं. सेना आगे आई है और सेवाओं को ठीक से जारी रखने के लिए हम दूसरे उपायों को भी अपना रहे हैं."
वहीं, कई यूनियनों ने यह कहते हुए सरकार को आगाह किया है कि सेना एंबुलेंस चलाने या देश की सीमा की सुरक्षा करने के लिए पर्याप्त रूप से प्रशिक्षित नहीं हैं. साथ ही उन्हें मुश्किल स्थिति में नहीं डालना चाहिए.
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