Patrick French Death News: वी.एस. नायपॉल की जीवनी, 'द वर्ल्ड इज व्हाट इट इज' और 'इंडिया: ए पोर्ट्रेट' के पुरस्कार विजेता ब्रिटिश लेखक, इतिहासकार और शिक्षाविद पैट्रिक फ्रेंच का गुरुवार (16 मार्च) को निधन हो गया. वह चार साल से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे. वह 57 साल के थे.
पैट्रिक फ्रेंच साल 2017 में अहमदाबाद विश्वविद्यालय में स्कूल ऑफ आर्ट्स एंड साइंसेज के पहले डीन थे. वह अशोक विश्वविद्यालय से भी जुड़े रहे. उनकी सास और जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (जेएलएफ) की सह-संस्थापक नमिता गोखले ने मीडिया को बताया कि फ्रेंच का गुरुवार सुबह अचानक निधन हो गया.
परिवार में पत्नी और चार बच्चे
गोखले ने कहा, “यह अचानक हुआ. हम सब बहुत दुखी हैं. उनकी मौत लंदन में हुई. पिछले चार साल से कैंसर से पीड़ित थे.” फ्रेंच के परिवार में उनकी पत्नी मेरू गोखले और चार बच्चे हैं. मेरू गोखले ‘पेंगुइन प्रेस ग्रुप’ में पूर्व प्रकाशक थीं. मेरू गोखले ने लंदन में बताया कि वह उनके पिता, मित्र, पति, शिक्षक और गुरु थे.
लंबे समय से जूझ रहे थे कैंसर से
मेरू गोखले ने एक बयान में कहा, “मेरे प्यारे पति पैट्रिक फ्रेंच का लंदन में कैंसर से लंबे समय तक जूझने के बाद निधन हो गया. उनका स्नेह और प्यार हमेशा हमारे साथ रहेगा. वह बिना किसी कष्ट के शांति से इस दुनिया से गए.” वहीं, दूसरी तरफ उनके निधन पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, सांसद शशि थरूर, उनके पार्टी सहयोगी जयराम रमेश, इतिहासकार विलियम डेलरिम्पल व रामचंद्र गुहा ने भी अपना शोक व्यक्त किया.
राहुल गांधी ने पोस्ट कर जताया दुख
राहुल गांधी ने फ्रेंच के निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि उनका निधन साहित्यिक समुदाय के लिए एक बड़ी क्षति है. पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा, ‘‘प्रसिद्ध लेखक, इतिहासकार और सबसे बढ़कर, एक अद्भुत इंसान- पैट्रिक फ्रेंच के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ.’’
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