Burkina Faso Killings: पश्चिम अफ्रीकी देश बुर्किना फासो (Burkina Faso) में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. यहां पर सैन्य वर्दी पहने पुरुषों के एक समूह ने उत्तरी यतेंगा प्रांत में भीषण हमला किया, जिसमें कम से कम 60 नागरिक मारे गए हैं. हमला करने वालों की पहचान नहीं हो पाई है.


मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह नरसंहार शुक्रवार को तब हुआ जब माली की सीमा से लगे उत्तरी यतेंगा प्रांत के कर्मा में बंदूकधारियों ने हमला किया. सरकारी अधिकारियों ने रविवार रात बताया कि इस इलाके में पहले अल-कायदा और इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) ने हमले किए हैं. हालांकि, यह ताजा हमला किसने किया, इसका अभी पता नहीं चल सका है. ओआहिगौया के अधिकारी लामिने काबोर ने 60 लोगों की मौत की पुष्टि की. उन्होंने कहा कि हमलावरों ने राष्ट्रीय सशस्त्र बलों की वर्दी पहनी हुई थी.


तख्तापलट के बाद हुआ सबसे घातक हमला
दूरदराज के क्षेत्र में हुए इस हमले के बारे में अन्य जानकारी पता नहीं चल सकी है, लेकिन सितंबर 2022 तख्तापलट में कैप्‍टन इब्राहिम ट्रैरे के सत्ता पर कब्जा करने के बाद से बुर्किना फासो में यह सबसे घातक हमला माना जा रहा है. इससे पहले 15 अप्रैल को अज्ञात बंदूकधारियों ने यतेंगा प्रांत में ओरेमा के पास सेना और स्वयंसेवी रक्षा बलों पर हमला किया था, जिसमें कम से कम 40 लोग मारे गए थे. वहीं, उससे भी पहले 6 अप्रैल को कम से कम 44 नागरिक लोग मारे गए थे. जब बंदूकधारियों ने देश के पूर्वोत्तर में दो गांवों पर हमला कर दिया था.





  • बुर्किना फासो के जवानों की एक तस्वीर


अल कायदा जैसे कट्टर इस्लामी संगठनों का कब्जा 
बुर्किना फासो गृहयुद्ध की समस्या से जूझ रहा है. यहां पर साहेल क्षेत्र के कौराकोउ (Kourakou) और तोंडोबी (Tondobi) गांवों में कट्टर इस्लामी संगठनों का अड्डा बन गया है. अल कायदा और इस्लामिक स्टेट से जुड़े इस्लामी संगठनों के लड़ाके कई बार हमले कर चुके हैं. न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक, साहेल क्षेत्र के लेफ्टिनेंट-गवर्नर रोडोल्फ सोरघो (Rodolphe Sorgho) ने शांति बहाल करने का दावा किया है.


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