42 Killed In Pakistan Bus Accident: पाकिस्तान के रावलपिंडी और बलूचिस्तान में बीते रोज रविवार को दो अलग-अलग बस दुर्घटनाओं में कम से कम 42 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों घायल हो गए. पहली दुर्घटना मकरान के तटीय राजमार्ग पर उस समय हुई, जब बलूचिस्तान के से गुजरते समय ईरान के रास्ते इराक से लौट रहे शिया मुसलमान तीर्थयात्रियों को ले जा रही है एक बस के ब्रेक फेल हो गए. इस घटना में 13 लोगों की मौत हो गई और 32 घायल हो गए.


स्थानी पुलिस अधिकारियों का कहना था कि बस के अंदर चार लोग फंसे हुए थे, जिनको निकालने के लिए क्रेन बुलवाई गई थी. पुलिस का यह भी कहना है कि इस हादसे में मरने वाले लोग पाकिस्तान पंजाब के लाहौर और गुजरांवाला निवासी थे. इस दर्दनाक हादसे को लेकर पाकिस्तान पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज ने शोक जताया. 


खाई में गिरी बस


वहीं दूसरी दुर्घटना उस समय हुई जब पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के हवेली कहुटा से रावलपिंडी जा रही एक बस खाई में गिर गई, जिसमें कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई. हालांकि, पाकिस्तान गृह मंत्रालय ने इस घटना में 29 लोगों के मारे जाने की बात कही थी. सरकारी अधिकारी सरदार वाहिद का कहना था कि हादसे के बाद मलबे को हटाने और यह सुनिश्चित करने की कोई नीचे फंसा तो नहीं है इसलिए क्रेन बुलवाई गई. 


राष्ट्रपति और पीएम ने कहा घायलों को मिले बेहतर उपचार


वहीं बलूचिस्तान के अधिकारियों का कहना है कि मरने वाले तीर्थ यात्रियों के शवों को दफनाने के लिए पंजाब प्रांत भेजने की व्यवस्था की जा रही है. पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने इस दर्दनाक दुर्घटना को लेकर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की और उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि घायलों को बेहतर चिकित्सा उपचार मिले. 


लाखों शिया मुसलमान पहुंचते हैं इराक


दरअसल, लाखों शिया मुसलमान इन दोनों अरबाइन तीर्थ यात्रा में जा रहे हैं, जो इराक के कर्बला में पैगंबर मोहम्मद के पोते इमाम हुसैन की दरगाह पर 40 दिवसीय शोक अनुष्ठान होता है. हर साल हजारों पाकिस्तानी शिया मुसलमान अरबाइन में भाग लेते हैं. यहां पर तीर्थ यात्रियों को नजफ से कर्बला तक 80 किलोमीटर यानी की 50 मील की पैदल यात्रा करनी होती है, जहां पर हुसैन के पिता और पैगंबर मोहम्मद के दामाद इमाम अली को दफनाया गया था.


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