चीन की दिग्गज टेक कंपनी यूनिकॉर्न बाइटडांस लि. के सह-संस्थापक अरबपति झांग यिमिंग ने कंपनी के सीईओ पद से इस्तीफा देने की घोषणा की है. इसी कंपनी ने ही छोटी वीडियो एप टिक-टोक एप को तैयार किया था. बाइटडांस उन 13 ऑनलाइन कंपनियों में से एक है, जिन्हें चीनी नियामकों ने वित्तीय प्रभागों में कड़े नियमों का पालन करने को लेकर उनके समक्ष पेश होने को कहा था.
झांग चीन के सबसे सबसे धनी उद्यमीयों में से एक हैं. उन्होंने कहा कि वह लगभग एक दशक तक विश्व की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक को चलाने के बाद अब अपने पद से इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं. हांगकांग स्थित साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने कंपनी के हवाले से कहा कि झांग बीजिंग आधारित बाइटडांस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पद से इस्तीफा देंगे. वह कंपनी के लिए अधिक प्रभावशाली और भविष्य में लिए जाने वाले कदम को ध्यान में रखते हुए अन्य जिम्मेदारियों को छोड़ेंगे.
झांग ने कंपनी के आधिकारिक वेबसाइट पर लिखे सन्देश में कहा, ‘‘सचाई यह है कि एक आदर्श प्रबंधक बनने के लिसे मेरे में कौशल की कुछ कमी है. मैं संगठन और बाजार के पेहलुओं का विश्लेषण करने में ज्यादा इच्छुक हूं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं अधिक सोशल नहीं हूं और मुझे अकेले किये जाने वाले कामों में अधिक दिलचस्पी है जैसे कि गाने सुनना, पढ़ना, ओनलाइन रहना और सोचना कि भविष्य में क्या हो सकता है.’’
गौरतलब है कि झांग का सीईओ पद से इस्तीफा चीन की दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा के संस्थापक जैक मा द्वारा दिए गए इस्तीफे के जैसे ही है. जैक ने पिछले वर्ष मई में अचानक इस्तीफा दे दिया था. जिसके बाद चीन में व्यापार करने में कठिनाइयों को लेकर चर्चा ने जोर पकड़ लिया था. इसके बाद से ही जैक मा और अलीबाबा नियामकों की कड़ी जांच के दायरे में आ गए थे.
झांग ने कहा कि उनकी जगह अब लियांग रुबो सीईओ का पदभार संभालेंगे। रुबो नौ वर्ष से कंपनी के मानव संसाधन विभाग के प्रमुख हैं. उन्होंने कहा कि वह कंपनी में रहेंगे और प्रतिदिन सामने आने वाली भूमिकाओं की बजाय अब भविष्य की तरफ ध्यान केंद्रित करेंगे. उन्होंने यह नहीं बताया कि क्या वह कंपनी के अध्यक्ष बने रहेंगे और उनका भविष्य में कंपनी में उनकी भूमिका क्या होगी.
फार्ब्स के अनुसार झांग की वर्ष 2020 में कुल संपत्ति 35.6 अरब डॉलर थी. बाइटडांस भारत और अमेरिका में उसकी मुख्य वीडियो एप टिक-टोक पर प्रतिबंध को लेकर खूब सुर्ख़ियों में आई थी। भारत में हालांकि टिक-टोक पर पिछले साल ही प्रतिबंध लगा दिया गया था. भारत में बेहद प्रसिद्ध टिक-टोक उन 267 चीन की एप्लिकेशन में शामिल थी जिन पर भारत सरकार ने सुरक्षा कारणों से प्रतिबंध लगा दिया. इस प्रतिबंध से बाइटडांस को छह अरब डॉलर का नुकसान हुआ.
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी अपने कार्यकाल के दौरान लगातार बाइटडांस पर कई आरोप लगाए थे. उन्होंने टिक-टोक को अमेरिका की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बताया था. अमेरिका के कई नेताओं और अधिकारियों ने भी उपयोगकर्ताओं की व्यक्तिगत जानकारी चीनी सरकार को दिए जाने को लेकर चिंता जाहिर की थी. टिक-टोक ने हालांकि इस तरह के आरोपों से पूरी तरह इंकार किया था.
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार बाइटडांस उन 13 ऑनलाइन कंपनियों में से एक थी, जिन्हें चीन के नियामकों ने पिछले महीने ही वित्तीय प्रभागों में कड़े नियमों का पालन करने के लिए बुलाया था.