Canada-India Conflict: हिंदू फोरम कनाडा (Canada Hindu forum) की ओर से कनाडाई सरकार से कहा गया है कि वो सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के कानूनी सलाहकार गुरपतवंत पन्नु (Gurpatwant Pannun) की जांच करें. गुरपतवंत पन्नू ने हाल ही में भारतीय मूल के हिंदू कनाडाई लोगों को निशाना बनाकर एक वीडियो जारी किया था, जिसमें हिंदुओं के खिलाफ नफरत फैलाने वाली बात कही और देश से बाहर जाने की धमकी दी. इसकी वजह से हिंदू समुदाय के बीच चिंता बढ़ गई है. वहीं स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाले हिंदू के बच्चों के लिए भी चिंता का कारण बन गई है.


हिंदू फोरम कनाडा ने कनाडा के इमीग्रेशन, रिफ्यूजी और नागरिकता मंत्री मार्क मिलर ने एक पत्र लिखा. इस पत्र में टोरंटो स्थित कानूनी फर्म ब्रूटी थॉर्निंग ने हिंदू फोरम के हवाले से लिखा कि ऐसा हो सकता है कि, जिस वक्त पन्नू ने हिंदुओं के खिलाफ बयान दिया था, वो उस वक्त कनाडा में हो. इसको लेकर उसकी उचित जांच की जानी चाहिए. इसके अलावा उनके ऊपर सार्वजनिक रूप से घृणा भड़काने का आरोप लगाया जा सकता था.


हिंदू समुदाय के भीतर चिंता का माहौल
टोरंटो स्थित कानूनी फर्म ब्रूटी थॉर्निंग के पार्टनर पीटर थॉर्निंग की तरफ से मंगलवार (26 सितंबर) को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि पन्नू की हालिया टिप्पणियों ने न केवल हिंदू समुदाय के भीतर बल्कि बड़े पैमाने पर कनाडाई नागरिकों के बीच भी संकट और आघात पैदा किया है. विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से वायरल हो रहे वीडियो ने चिंताओं को और बढ़ा दिया है. ये बात बेहद परेशान करने वाली है.


कनाडाई सरकार को अपनी सीमाओं के भीतर एक विशिष्ट समूह के खिलाफ हिंसा भड़काने को बर्दाश्त नहीं करना चाहिए.ये जरूरी है कि कनाडा इस तरह के घृणित भाषण की निंदा या अनदेखी न करे.


जस्टिन ट्रूडो के बयान के बाद आया वीडियो
सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के कानूनी सलाहकार गुरपतवंत पन्नू की हिंदुओं के खिलाफ भड़काऊ वीडियो 18 सितंबर को हाउस ऑफ कॉमन्स में कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बयान के बाद जारी किया गया था. वायरल हो रहे एक वीडियो में पन्नू ने कहा था, "भारत-हिंदू कनाडा छोड़ो, भारत चले जाओ." वीडियो में पन्नू ने कहा कि आप न केवल भारत का समर्थन करते हैं बल्कि आप खालिस्तान समर्थक सिखों के भाषण और अभिव्यक्ति के दमन का भी समर्थन कर रहे हैं.






आप लोग निज्जर की हत्या का जश्न मनाकर हिंसा को भी बढ़ावा दे रहे हैं. आपको बता दें कि प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने हाउस ऑफ कॉमन्स में बयान दिया था कि खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के पीछे भारतीय खुफिया एजेंसी का हाथ है. इसके संबंध में उनके पास सबूत है. 


SFJ का विरोध प्रदर्शन
सिख फॉर जस्टिस (SFJ) ने बीते सोमवार (25 सोमवार) को कनाडा में भारत के मिशनों के बाहर विरोध प्रदर्शन आयोजित किया था, हालांकि इसमें कुल मिलाकर 200 से कम लोग शामिल हुए थे. उसने यह भी घोषणा की है कि तथाकथित खालिस्तान जनमत संग्रह का अगला चरण 29 अक्टूबर को सरे में होगा.


ये भी पढ़ें:Iraq Fire Accident: इराक में जश्न के बीच मातम! शादी समारोह में भीषण आग, दूल्हा-दुल्हन समेत करीब 100 की मौत