Canada Hindu Temple: ऑस्ट्रेलिया के बाद अब कनाडा में हिंदू मंदिर में तोड़फोड़, सवालों के घेरे में पीएम ट्रूडो
Canada Hindu Temple: इन घटनाओं के पीछे तथाकथित सिख अलगाववादियों का समूह बताया जा रहा है. जो ब्रिटेन, जर्मनी और अमेरिका में सक्रिय रहा है और इसे सिख्स फॉर जस्टिस की मदद मिल रही है.
Canada: ऑस्ट्रेलिया के बाद अब कनाडा में हिन्दू मंदिर को निशाना बनाया गया है. इस बार कनाडा के ब्रैम्पटन प्रांत में एक हिंदू मंदिर को में तोड़फोड़ किए जाने की बात सामने आई है. यहां के गौरी शंकर मंदिर में जमकर तोड़फोड़ की गई है. इतना ही नहीं, भारत विरोधी चित्र भी बनाए गए हैं. घटना के बाद से भारतीय समुदाय के लोगों ने रोष प्रकट किया है. बता दें कि हाल ही में ऑस्ट्रेलिया में ऐसी घटना सामने आयी थीं.
घटना को लेकर भारत की तरफ से कड़ी निंदा की गई है. कनाडा में भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने बयान जारी कर कहा है कि इस घृणित कार्य से कनाडा में भारतीय समुदाय की भावनाओं को गहरी ठेस पहुंची है. हमने कनाडा के अधिकारियों के साथ इस मामले पर अपनी चिंताओं को उठाया है. फिलहाल मामले की कनाडा के अधिकारियों द्वारा जांच की जा रही है.
मेयर ने की घटना की निंदा
इस घटना को लेकर ब्रैम्पटन के मेयर पैट्रिक ब्राउन ने प्रतिक्रिया दी हैं. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा है कि ऐसे घृणित कृत्य का हमारे शहर या देश में कोई स्थान नहीं है. हर कोई अपने पूजा स्थल में सुरक्षित महसूस करने का हकदार है. कि इससे पहले भी इस तरह की घटनाएं सामने आ चुकी हैं. इन घटनाओं के पीछे तथाकथित सिख अलगाववादियों का समूह बताया जा रहा है. जो ब्रिटेन, जर्मनी और अमेरिका में सक्रिय रहा है और इसे सिख्स फॉर जस्टिस की मदद मिल रही है. कनाडा से पहले आस्ट्रेलिया के हिंदू मंदिरों को जनवरी में ही खालिस्तानी समूहों ने तीन हिंदू मंदिरों को निशाना बनाया था और उसमें तोड़फोड़ की थी. खालिस्तानियों ने मंदिरों में भारत विरोधी भित्तिचित्र भी लगाए थे.
पहले भी हो चुकी हैं घटनाएं
बता दें कि पिछले साल जुलाई 2022 में कनाडा के एक विष्णु मंदिर में महात्मा गांधी की एक मूर्ति को तोड़ा गया था जिसके बाद भारी बवाल देखने को मिला था. इसके बाद सितंबर 2022 में कनाडा के बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर को कथित खालिस्तानी तत्वों ने भारत विरोधी भित्तिचित्रों के साथ विकृत कर दिया था. तब भारत ने ऐसी घटनाओं पर चिंता जाहिर करते हुए कनाडा के अधिकारियों से जांच करने की अपील की थी. लेकिन एक बार फिर इस तरह की घटना शर्मनाक है.
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