Justin Trudeau Resigned: कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने प्रधानमंत्री पद और लिबरल पार्टी के नेता पद से इस्तीफा दे दिया है. हालांकि उन्होंने कहा है कि वह तब तक पीएम बने रहेंगे जब तक पार्टी नए नेता को देश के प्रधानमंत्री के तौर पर चुन नहीं लेती है.
इस्तीफे की घोषणा करते हुए ट्रूडो बोले, "मैं एक योद्धा हूं. मेरे शरीर के हरेक हिस्से ने हमेशा मुझे लड़ने के लिए कहा है. क्योंकि मैं कनाडाई लोगों की परवाह करता हूं, मैं इस देश की तहे दिल से परवाह करता हूं और मैं हमेशा कनाडाई लोगों के सर्वोत्तम हित में प्रेरित रहूंगा. तथ्य यह है कि इसके जरिए काम करने के सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद, कनाडा के इतिहास में अल्पसंख्यक संसद का सबसे लंबा सत्र होने के बाद संसद महीनों तक पंगु बनी रही है."
उन्होंने कहा, "इसलिए आज सुबह, मैंने गवर्नर जनरल को सलाह दी कि हमें संसद के नए सत्र की आवश्यकता है. उन्होंने इस अनुरोध को स्वीकार कर लिया है और सदन को अब 24 मार्च तक स्थगित कर दिया जाएगा."
कनाडाई पीएम ने कहा,"मेरे पूरे करियर के दौरान, मैंने निजी तौर पर जो भी सफलता हासिल की है उसकी वजह मेरा परिवार है. इसलिए, कल रात के खाने पर मैंने अपने बच्चों को उस फैसले के बारे में बताया जो मैं आज आपके साथ साझा कर रहा हूं. मैं पार्टी नेता के रूप में, प्रधानमंत्री के रूप में इस्तीफा देने का इरादा रखता हूं जब पार्टी अपने अगले नेता का चयन करती है. कल रात मैंने लिबरल पार्टी के अध्यक्ष से उस प्रक्रिया को शुरू करने के लिए कहा. यह देश अगले चुनाव में एक वास्तविक विकल्प का हकदार है और मेरे लिए यह साफ हो गया है कि मुझे अंदरूनी लड़ाई लड़नी है, इसलिए मैं उस चुनाव में सबसे अच्छा विकल्प नहीं हो सकता."
कनाडा में अब क्या होगा आगे?
ट्रूडो के इस्तीफे के बाद लिबरल पार्टी के पास दो विकल्प हैं. अव्वल तो पार्टी आम सहमति से एक अंतरिम नेता को चुन लें जो देश की कमान संभाल ले. दूसरा विकल्प होगा कि देश के नेतृत्व के लिए पार्टी के भीतर चुनाव कराए जाएं और एक पूर्णकालिक पीएम का चुनाव करे. इस बीच ये बता दें कि कनाडा में इसी साल यानी 2025 अक्टूबर में आम चुनाव होने हैं.
नए पीएम को चुनने में कितना वक्त लगेगा?
कनाडा में भी ब्रिटेन और अमेरिका की तरह पार्टी का नेता चुनना 'टेढी खीर' है. नियम के मुताबिक, अगर लिबरल पार्टी पूर्णकालिक पीएम बनाना चाहती है तो उसे पार्टी के नेताओं में से किसी एक चुनने के लिए एक विशेष सम्मेलन का आयोजन करना पड़ेगा. इस सम्मेलन में देश के अलग अलग नेता पीएम पद के लिए अपनी दावेदारी पेश करेंगे. प्रकिया कितनी लंबी चलेगी वो इस बात पर निर्भर करता है कि कितने नेता पीएम पद के लिए अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं. हालांकि लिबरल पार्टी चाहेगी कि वह आम चुनाव से जितना पहले हो सके ये प्रकिया पूरी कर लें वरना तब तक जस्टिन ट्रूडो पद बन रहेंगे जिसका पार्टी को आम चुनाव में नुकसान होगा.
जस्टिन ट्रूडो की अप्रूवल रेटिंग 13 प्रतिशत है, इसलिए लिबरल पार्टी किसी नए नेता को प्रधानमंत्री बनाएगी ताकि आम चुनाव से पहले उसके फैसले या नीतियों के जरिए जनता का भरोसा फिर से जीता जा सकें. हालांकि दावेदारी के जरिए नेताओं को चुनने में लंबा वक्त लग जाता है. नेतृत्व की चुनाव प्रकिया कितनी लंबी होनी चाहिए, इस पर कोई नियम नहीं हैं. सीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, उम्मीदवारों को मतदान (पार्टी के भीतर) से कम से कम 90 दिन पहले राष्ट्रपति को नामांकन पत्र देने की आवश्यकता होती है.
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