तनाव के बीच एस जयशंकर और कनाडा की विदेश मंत्री के बीच हुई सीक्रेट मीटिंग? रिपोर्ट्स में किया जा रहा है ये दावा
India-Canada Row: फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक एस जयशंकर और कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली के बीच सीक्रेट मीटिंग हुई. हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद भारत-कनाडा के बीच तनाव बना हुआ है.
India-Canada Crisis: खालिस्तान समर्थक नेता हरदीप निज्जर की हत्या को लेकर भारत और कनाडा के राजनयिक विवाद के बीच एक खबर में यह दावा किया गया है कि कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली ने पिछले महीने वाशिंगटन में विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ एक सीक्रेट मीटिंग की थी.
फाइनेंशियल टाइम्स की यह खबर उस समय सामने आई है, जब कनाडा ने अपने 62 राजनयिकों में से 36 से अधिक को वापस बुलाने संबंधी भारत के अनुरोध को पूरा नहीं किया.
इस कथित बैठक के बारे में पूछे जाने पर विदेश मंत्रालय ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है. वहीं, कनाडा की ओर से भी कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है. विदेशमंत्री एस जयशंकर न्यूयॉर्क की पांच दिवसीय यात्रा की समाप्ति के बाद 27 से 30 सितंबर तक वाशिंगटन डीसी में ही थे.
जस्टिन ट्रूडो ने भारत पर लगाए थे आरोप
गौरतलब है कि इस साल जून में खालिस्तान समर्थक अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की कथित संलिप्तता के कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोपों के बाद भारत और कनाडा के बीच संबंधों में तनाव आ गया है. वहीं, भारत ने इन आरोपों को बेतुका कहकर खारिज कर दिया था.
भारत ने निज्जर को घोषित किया था आतंकी
ब्रिटिश कोलंबिया में दो नकाबपोश बंदूकधारियों ने निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी थी. भारत ने उसे 2020 में आतंकवादी घोषित किया था. खबरों में कहा गया था कि कनाडा के भारत में 62 राजनयिक हैं और भारत ने कनाडा से 10 अक्टूबर तक उसके 41 राजनयिकों को देश से वापस बुलाने को कहा है.
गतिरोध सुलझाने की कोशिश कर रहा कनाडा
रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में कनाडाई राजनयिक कर्मचारियों की संख्या कम करने संबंधी भारत के अनुरोध पर दोनों पक्षों के बीच बातचीत जारी है. फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार ट्रूडो और जोली ने पिछले हफ्ते कहा था कि कनाडा गतिरोध सुलझाने की कोशिश कर रहा है. खबर के अनुसार बीते महीने के आखिर में जोली ने वाशिंगटन में जयशंकर के साथ एक गोपनीय बैठक भी की थी.
'बातचीत गुप्त तो कूटनीति बेहतर'
जोली ने बुधवार (11 अक्टूबर) को ओटावा में संवाददाता सम्मेलन के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा कि जब बातचीत गुप्त रहती है तो कूटनीति हमेशा बेहतर होती है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जब भारत की बात होगी तो वह यही दृष्टिकोण अपनाती रहेंगी.
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