Canada MP Chandra Arya : कनाडा में भारतीय मूल के कनाडाई सांसद चंद्र आर्य ने प्रधानमंत्री पद के लिए अपनी उम्मीदवारी पेश की है. चंद्र आर्य ने गुरुवार (9 जनवरी) को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर 2 मिनट 36 सेकंड के एक वीडियो पोस्ट में कनाडा के प्रधानमंत्री बनने की इच्छा जाहिर की. चंद्र आर्य ने कनाडा के पूर्व पीएम जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफा देने के बाद इस बात की घोषणा की है. वहीं, जस्टिन ट्रू़डो के इस्तीफे के बाद प्रधानमंत्री पद की दावेदारी के लिए देश में सियासी हलचल तेज हो गई है.
कभी जस्टिन ट्रूडो के करीबी थे चंद्र आर्य
उल्लेखनीय है कि भारतीय मूल के कनाडाई सांसद चंद्र आर्य पहले पूर्व प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के करीबी थे, लेकिन जैसे-जैसे जस्टिन ट्रूडो के भारत विरोधी रवैये के सामने आए, वैसे ही आर्य ने ट्रूडो से दूरी बना ली.
कनाडा में हिंदुओं की आवाज बने चंद्र आर्य
सांसद चंद्र आर्य ने कनाडा में अक्सर भारत और कनाडा में रहने वाले हिंदू समुदाय के पक्ष में अपनी आवाज बुलंद की है. कनाडा के ब्रैम्पटन शहर में हिंदू मंदिर पर हुए हमले के बाद चंद्र आर्य ने न सिर्फ इस मुद्दे पर मुखरता से अपनी बात रखी, बल्कि हिंदुओं की आवाज भी बनकर सामने आए. इसके अलावा वह हमेशा खालिस्तानी गतिविधियों को लेकर भी मुखर रहते हैं.
भारत के कर्नाटक में जन्मे हैं चंद्र आर्य
चंद्र आर्य का जन्म कनार्टक के तुमकुरु में हुआ. उन्होंने एमबीए की पढ़ाई कौसाली इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज से की. हालांकि, भारत में पढ़ाई करने के बाद वह साल 2006 में कनाडा चले गए. राजनीति में उतरने से पहले आर्य इंडो-कनाडा ओटावा बिजनेस चैंबर के अध्यक्ष भी रहे. उल्लेखनीय है कि चंद्र आर्य ने 2015 में 2015 में पहली बार कनाडा का फेडरल इलेक्शन लड़ा था और चुनाव जीत संसद पहुंचे थे. इसके बाद वह 2019 में दोबारा चुनाव जीतकर दूसरी बार सांसद बने हें.
कनाडा की समस्याओं को सुलझाने के लिए करूंगा काम- चंद्र आर्य
चंद्र आर्य ने अपने पोस्ट में कहा, “मैं कनाडा का अगला प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में हूं. जिससे देश का पुनर्निर्माण और भावी पीढ़ियों के लिए समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए एक कुशल सरकार का नेतृत्व कर सकूं.” उन्होंने कहा, “मैंने हमेशा कनाडा के लोगों के लिए कड़ी मेहनत की है. उन्होंने कहा, “हम ऐसी समस्याओं का सामना कर रहे हैं जो देश ने कई पीढ़ियों से नहीं देखी है और इन्हें सुलझाने के लिए मजबूत और बड़े फैसले लेने की जरूरत होगी.”
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