India-Canada relations: कनाडा के उच्चायुक्त कैमरन मैके ने भारत पर बड़े आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा है कि भारत ने अमेरिका और कनाडा में कई लोगों को एक साथ निशाना बनाया था. ये उनकी एक साजिश का हिस्सा था. कनाडा के उच्चायुक्त कैमरन मैके ने अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद अगस्त में भारत को छोड़ दिया था. 


अमेरिका ने एक पूर्व भारतीय अधिकारी पर न्यूयॉर्क में रहने वाले खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की 'हत्या की साजिश रचने' का आरोप लगाया है. जबकि कनाडा ने हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के आरोप भी भारत सरकार पर लगाए हैं. अगस्त में भारत छोड़ने वाले मैके ने कहा, "भारत सरकार यह सोचती है कि उसके एजेंट कनाडा और अमेरिका में हिंसा करने के बाद बचकर निकल सकते हैं." 


'भारत से हुई बहुत बड़ी गलती' 


इसे भारत सरकार की बहुत बड़ी रणनीतिक भूल बताते हुए मैके ने कहा, "भारत सरकार का यह सोचना कि उसके एजेंट उत्तरी अमेरिका में हिंसक अपराध कर सकते हैं और बचकर निकल सकते हैं. यह एक बहुत बड़ी रणनीतिक भूल थी. मुझे लगता है कि कुछ गलतियों की वजह से ये लोग पकड़े गए है. मैं अमेरिका और कनाडा दोनों देशों में हुई घटनाओं के बारे में बात कर रहा हूं.'


उन्होंने आगे कहा, 'भारत ने अपनी सीमारेखा को पार किया है. इससे इंडियन ब्रांड को भी नुकसान होगा."


'संबंध सुधरने में लगेगा समय'


उन्होंने भारत पर निशाना साधते हुए कहा, "कनाडा के साथ राजनयिक संबंधों को सुधारना फिलहाल भारत के एजेंडे में नहीं है. ऐसे में दोनों देशों के बीच संबंधों को सामान्य होने में समय लगेगा." उन्होंने आगे कहा, "भारत एक लोकतांत्रिक देश है. कनाडा और अन्य देश भारत के साथ बेहतर संबंध रखना चाहते हैं. रणनीतिक रूप से दोनों देश एक-दूसरे पर निर्भर हैं. लेकिन भारत सरकार की ओर से जिस तरह का व्यवहार हमने देखा है, उसने बहुत सारे सवाल खड़े किए हैं. इसी वजह से कनाडा को ये कार्रवाई करनी पड़ी है."