(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
ट्रंप पर हमले के बाद PM ट्रूडो को घर में ही मिली नसीहत! कनाडाई सांसद बोले- 'खालिस्तान समर्थकों की करें निंदा'
Canadian MP: लिबरल पार्टी के सांसद चंद्रा आर्या ने कहा, डोनाल्ड ट्रंप पर हमले को कनाडा की राजनीति में भी चेतावनी के तौर पर लेना चाहिए. वो खालिस्तान समर्थकों की निंदा करें.
Canadian MP: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हुए जानलेवा हमले के बाद भारतीय मूल के कनाडाई सांसद ने प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से खालिस्तान को यहां पनाह दी जा रही है और उन्हें भारत की पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या का जश्न मनाने की आजादी दी जाती है, वह एक खतरे की घंटी है. इस तरह के हमले कनाडा में भी हो सकते हैं.
एचटी की रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को लिबरल पार्टी के कनाडाई सांसद चंद्रा आर्या ने एक्स पर एक पोस्ट की जिसमें उन्होंने लिखा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हत्या का प्रयास कनाडाई राजनेताओं के लिए एक कठोर चेतावनी है. इसके साथ ही कनाडा के सांसद ने जस्टिन ट्रूडो की सरकार को तीन सलाह दी.
लिबरल पार्टी के सांसद ने जस्टिन ट्रूडो को दी 3 सलाह
भारतीय मूल के कनाडाई सांसद ने कहा कि भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या करने वाले खालिस्तान समर्थकों की ओर से सार्वजनिक रूप से जश्न मनाने की निंदा करें. वहीं, दूसरी सलाह के तौर पर उन्होंने कहा कि उन रैलियों, कार्यक्रमों में जाना बंद करें जहां कनाडाई इतिहास की सबसे बड़ी आतंकवादी घटना एयर इंडिया बम विस्फोट का जश्न मनाया जाता है और इस हमले के लिए जिम्मेदार खालिस्तान के आतंकवादियों का महिमामंडन किया जाता है. इसके अलावा तीसरी बात ये है कि हिंदू-कनाडाई लोगों को निशाना बनाने वाले खालिस्तानियों को बाहर निकालें.
Assassination attempt on President Trump should be a stark reminder for Canadian politicians to:
— Chandra Arya (@AryaCanada) July 14, 2024
1. Condemn Khalistan supporters’ public celebration of assassination of Indian Prime Minister Indira Gandhi by her bodyguards turned assassins.
2. Stop attending rallies, events and… https://t.co/ux34YWSPOg
ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी पर हुआ था आयोजन
दरअसल, (9 जून 2024) को ग्रेटर टोरंटो एरिया या जीटीए के ब्रैम्पटन में एक परेड में एक झांकी शामिल थी, जिसमें भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का पुतला दिखाया गया था, जिसमें उनके अंगरक्षक उन पर गोलियां चला रहे थे. इसमें पोस्टर भी शामिल थे, जिसमें कहा गया था कि उनकी सजा 31 अक्टूबर, 1984 को दी गई थी, जो कि हत्या की तारीख थी.
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