नई दिल्ली: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो सात दिवसीय भारत दौरे के तहत आज दिल्ली में हैं. वो आज सुबह 9:30 बजे जामा मस्जिद जाएंगे. इसके बाद वो दोपहर 3 बजे ताज डिप्लोमैटिक एन्क्लेव में कनाडाई और भारतीय उद्योगपतियों की एक बैठक में प्रेज़ेंटेशन देंगे.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ट्रूडो की मुलाकात 23 फरवरी को होगी. दोनों के बीच कई मुद्दों पर व्यापक बातचीत होने की संभावना है. 24 फरवरी को वो युवा प्रतिभाओं की एक बैठक को संबोधित करेंगे.


कल ट्रूडो के सामने उठा था खालिस्तान का मुद्दा


पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो के बीच बीते बुधवार को हुई मुलाकात के दौरान खालिस्तान का मुद्दा छाया रहा. सीएम अमरिंदर ने ट्रूडो को कनाडा में मौजूद उन नौ लोगों की लिस्ट सौंपी जो वहां भारत के खिलाफ कट्टरता को बढ़ावा देने में शामिल हैं. स्वर्ण मंदिर में मत्था टेकने और पार्टीशन म्यूजियम का दौरा करने के बाद दोनों नेताओं के बीच अमृतसर के एक होटल में 40 मिनट तक बातचीत हुई.


आधिकारिक जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री सिंह ने कनाडा में मौजूद उन नौ लोगों की लिस्ट ट्रूडो को सौंपी जो पंजाब में टॉरगेटेड किलिंग और आतंकवादी गतिविधियों के लिए धन मुहैया कराने और हथियारों की आपूर्ति समेत कई घृणित अपराधों में शामिल हैं. सीएम अमरिंदर ने ने ट्रूडो से इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का अनुरोध किया.


मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने कहा कि कनाडाई पीएम ने पंजाब के मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया कि उनका देश भारत या कहीं और किसी अलगाववादी आंदोलन का समर्थन नहीं करता. उन्होंने कहा कि ट्रूडो का ये आश्वासन उस अनुरोध के बाद आया जो अमरिंदर सिंह ने कनाडाई प्रधानमंत्री से अराजक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई में सहयोग करने के लिए किया था.


ठुकराल के अनुसार, क्यूबेक में अलगाववादी आंदोलन का हवाला देते हुए ट्रूडो ने कहा कि वो अपने पूरे जीवन में इन खतरों से निपटे हैं और उन्हें हिंसा के खतरों की पूरी जानकारी है. इस बैठक में कनाडा के रक्षा मंत्री हरजीत सज्जन और पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू भी मौजूद थे. सिंह ने बातचीत के दौरान सज्जन से हाथ मिलाया.


पिछले साल ही सिंह ने कनाडाई रक्षा मंत्री सज्जन पर ‘खालिस्तान से सहानुभूति’ रखने का आरोप लगाते हुए उनसे उस समय मिलने से इंकार कर दिया था जब वो पंजाब के दौरे पर आए थे. अधिकारियों के अनुसार, पंजाब पुलिस का मानना है कि राज्य में टॉरगेटेड किलिंग की साजिश रचने वाले और ऐसे मामालों में पैसे मुहैया कराने वाले कनाडा, ब्रिटेन और इटली सहित विदेशी धरती से काम कर रहे हैं.