Canada Dissapointed For Ukraine: भारत में आगामी 9 और 10 सितंबर को होने वाले जी20 सम्मेलन में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो हिस्सा लेगें. इस बात की पुष्टि जस्टिन ट्रूडो ने की है. हालांकि इस दौरान वो जी20 शिखर सम्मेलन में यूक्रेन को शामिल न किए जाने पर निराशा व्यक्त की है.


हाल ही में जस्टिन ट्रूडो और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की के बीच टेलीफोन पर बातचीत हुई, जिसका वीडियो वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट किया था.


जस्टिन ट्रूडो ने ज़ेलेंस्की से बातचीत के दौरान कहा कि वो ये सुनिश्चित करेंगे कि वो यूक्रेन की समस्याओं को लेकर जी 20 के मंच पर बात करें. इसके अलावा ये कोशिश भी की जाएगी कि कैसे जी20 जैसे महत्वपूर्ण वैश्विक आर्थिक मंच से अनुपस्थिति के बावजूद दुनिया यूक्रेन के साथ खड़ी रहें.


यूक्रेन को पर्यवेक्षक राष्ट्र के रूप में न्योता नहीं
हाल ही में भारत के विदेश मंत्री सुब्रमण्यम जयशंकर ने जानकारी दी थी कि नौ पर्यवेक्षक देशों को निमंत्रण मिलने के बावजूद यूक्रेन को पर्यवेक्षक राष्ट्र के रूप में जी 20 शिखर सम्मेलन में आमंत्रित नहीं किया जाएगा. इसके बाद कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के तरफ से टिप्पणी आई कि यूक्रेन की अनुपस्थिति के बावजूद उनके मुद्दों को वैश्विक मंच के जरिए साझा करने की कोशिश करेंगे.


ज़ेलेंस्की के प्रति ट्रूडो की प्रतिबद्धता इस बात का सबूत है कि इस साल की शुरुआत में जापान में जी 7 शिखर सम्मेलन में यूक्रेन को बुलाया गया था. वहीं रूस से साल 2022 में शुरू हुए युद्ध के बाद से यूक्रेन को लगातार दुनिया के कई देशों से लगातार आर्थिक और सैन्य समर्थन प्राप्त हुआ है, जिनमें अमेरिका भी एक बेहद महत्वपूर्ण देश है. वहीं G20 के लिए निमंत्रण नहीं दिए जाने के बावजूद ज़ेलेंस्की को अंतर्राष्ट्रीय पर लगातार सहयोग मिल रहा है.


यूक्रेन-कनाडा के रिश्तें
आपको बता दें कि जी20 शिखर सम्मेलन में जिन नौ पर्यवेक्षक देशों को न्योता दिया गया है, उनमें नीदरलैंड, सिंगापुर, स्पेन, संयुक्त अरब अमीरात, ओमान, बांग्लादेश, मिस्र, मॉरीशस और नाइजीरिया शामिल है. वहीं यूक्रेन को न्योता नहीं दिया गया है. इस पर ट्रूडो ने फोन पर ज़ेलेंस्की से बातचीत के दौरान निराशा जाहिर की थी.






आपको बता दें कि 24 अगस्त को यूक्रेन के 32 वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ट्रूडो ने ज़ेलेंस्की से बातचीत की थी. कनाडा वो पहला देश था, जिन्होंने साल 1991 में USSR से अलग होने के बाद यूक्रेन को स्वतंत्र देश बताया था. तब से लेकर अब तक दोनों देशों के बीच रिश्ते बहुत ही अच्छे हैं.


जी 20 शिखर सम्मेलन क्या है?
जी 20 दुनिया की प्रमुख शक्तिशाली देशों का समूह है. इनमें कुल 20 देश शामिल है, जिनमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, यूरोपीय संघ, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, यूके और अमेरिका शामिल है.


ये समूह दुनिया की 85 फीसदी घरेलू उत्पादन और इंटरनेशनल मार्केट की 75 फीसदी पर अधिकार रखता है. हालांकि, इस समूह का कोई परमानेंट ऑफिस नहीं है. पिछले साल 2022 में इसकी अध्यक्षता इंडोनेशिया ने संभाली थी,जिसके बाद साल 2023 में इसकी अध्यक्षता भारत को हासिल हुई. इस समूह की स्थापना साल 1999 में हुई थी. इसमें ग्लोबल लेवल पर होने वाले इकोनॉमिक मुद्दों पर बातचीत होती है.


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