India Canada Conflict: भारत पर अनर्गल आरोप लगाने वाले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत से तनानतनी के बीच एक बार फिर बड़ा बयान दिया है. भारत के खिलाफ जहरीले बयान पर अलग-थलग पड़ने के बाद ट्रूडो को भारत की ताकत का अंदाजा हो गया है. भारत के एक्शन में आते ही ट्रूडो के तेवर नरम पड़ने लगे, बयानों के जरिए भारत से खुन्नस निकालने वाले ट्रूडो बार-बार अपने बयान को लेकर सफाई दे रहे हैं, भारत-कनाडा के कूटनीतिक विवाद का असर अब कारोबार पर भी दिखने लगा. कई भारतीय कंपनियों ने कनाडा में अपने कारोबार से हाथ खींचने शुरू कर दिए हैं. भारत की सख्ती के बाद कनाडा के पीएम के सुर बदल गए हैं. हालात को बिगड़ते देख अब ट्रूडो ने भारत से दोस्ती की गुहार लगाई है


कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने शुक्रवार (22 सितंबर) को कहा कि कनाडा हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत की कथित संलिप्तता को लेकर भारत के साथ मिलकर काम करना चाहता है.


यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के साथ ज्वाइंट प्रेस कॉफ्रेंस को संबोधित करते हुए ट्रूडो ने कहा, 'भारत के संबंध में कनाडा ने उन विश्वसनीय आरोपों को साझा किया है जिनके बारे में मैंने पहले बात की थी. भारत के साथ हमने कई सप्ताह पहले ऐसा किया था. हम भारत के साथ रचनात्मक रूप से काम करना चाहते हैं और हमें उम्मीद है कि वे हमारे साथ जुड़ेंगे ताकि हम इस बहुत ही गंभीर मामले की तह तक जा सकें.'


भारत ने बताया था 'बेतुका' और 'प्रेरित'


जस्टिन ट्रूडो ने सोमवार को भारत पर आरोप लगाते हुए कहा था कि खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत के एजेंटों की संलिप्तता की संभावनाएं हैं. 


हालांकि भारत ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया. भारत ने ट्रूडो के आरोप को 'बेतुका' और 'प्रेरित' बताया था.


ये भी पढ़ें:


पाकिस्तान के कार्यवाहक PM काकड़ ने UN में अलापा कश्मीर राग, 'चाहते हैं शांतिपूर्ण संबंध, लेकिन...', कनाडा मामले का भी किया जिक्र