(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Covid Vaccination: ब्राजील में फर्जी कोविड टीकाकरण की जांच शुरू, स्वास्थ्य कर्मियों पर खाली सिरिंज के साथ टीका देने का आरोप
ब्राजील में कोविड-19 टीकाकरण में गड़बड़ी का मामला सामने आने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. आरोप है कि स्वास्थ्य कर्मियों ने उच्च प्राथमिकता वाले ग्रुप को खाली सिरिंज के साथ वैक्सीन लगाई. अगर ये आरोप सही पाए जाते हैं तो प्रकरण में शामिल लोगों को 12 साल कैद की सजा हो सकती है.
ब्राजील पुलिस ने फर्जी कोविड-19 टीकाकरण प्रकरण की जांच शुरू कर दी है. आरोप है कि हेल्थ केयर वर्कर्स ने वैक्सीन लगाते वक्त खाली सिरिंज का इस्तेमाल किया. फर्जी टीकाकरण प्रकरण को स्थानीय मीडिया में 'विन्ड वैक्सीनेशन' का नाम दिया गया है. चार प्रांतों में विन्ड वैक्सीनेशन के मामले दर्ज होने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया है.
कोविड-19 टीकाकरण में गड़बड़ी का मामला वायरल
पुलिस ने स्थानीय सरकार और स्वास्थ्य अधिकारियों से उच्च प्राथमिकता ग्रुप के लिए वैक्सीन की जांच में सहयोग की अपील की है. रिपोर्ट सामने आने के बाद आपराधिक जांच का एलान 17 फरवरी को किया गया. अंदेशा जताया जा रहा है कि नर्स या तो वैक्सीन विरोधी नजरिए का शिकार थीं या वैक्सीन के डोज को कालाबाजारी के लिए इकट्ठा कर रही थीं.
कारला डोमिनजेस ब्राजील के राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में 2011-2019 तक काम किया है और महामारी रोग विशेषज्ञ हैं. उन्होंने कहा, "ये शुरुआत में एक अलग मामला नजर आता है, लेकिन अभी भी ये मामले अपवाद हैं, बहुत चिंता की बात है कि हम उसे कई जगहों में देख रहे हैं. प्रकरण के पीछे ऐसा लगता है कि या तो स्वास्थ्य पेशेवरों की खराब ट्रेनिंग हुई थी या उनका वैक्सीन पर विश्वास नहीं है. दोनों मामलों में ये अस्वीकार्य है."
स्वास्थ्य कर्मियों ने खाली सिरिंज के साथ लगाई वैक्सीन
रीयो पुलिस के मुताबिक, अगर वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया में गड़बड़ी की गई है, तो उसमें शामिल लोगों के खिलाफ गबन का मुकदमा चलाया जाएगा, जिसकी सजा 12 साल की कैद हो सकती है. मामले का खुलासा रिश्तेदार के जरिए बनाए एक वीडियो से हुआ. वीडियो में एक नर्स को पेट्रोपोलिस शहर के टीकाकरण सेंटर पर 94 वर्षीय महिला के बाजू में खाली सिरिंज इंजेक्ट करते हुए देखा जा सकता है. वीडियो वायरल होने के बाद नर्स को बर्खास्त कर दिया गया और स्थानीय पुलिस, क्षेत्रीय नर्सिंग काउंसिल और नगर पालिका ने जांच शुरू कर दी.
पेट्रोपोलिस के स्वास्थ्य सचिव ने बताया, "हम जांच के निष्कर्ष का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन मैं नहीं मानता कि ये जानबूझकर किया गया है." स्वास्थ्य सचिव के मुताबिक, नर्स को मेडिकल सेवा में 10 वर्ष का अनुभव है और उसे टीकाकरण प्रोटोकॉल की ट्रेनिंग दी गई थी. उन्होंने कहा, "टीकाकरण के शुरुआती दिनों में हो सकता है उसे कुछ दबाव का सामना हुआ हो और गलती हो गई, मगर हर स्थिति में ये अस्वीकार्य है." उन्होंने बताया कि शहर में 7 हजार लोगों को वैक्सीन लगाई गई और घटना की सिर्फ एक रिपोर्ट दर्ज हुई. आपको बता दें कि ब्राजील को कोविड-19 वैक्सीन की आपूर्ति में कई बाधाओं का सामना करना पड़ा था.