पेरिस: फ्रांस की व्यंग्य पत्रिका 'चार्ली हेब्दो’ ने एक बार फिर पैगंबर मोहम्मद का कार्टून प्रकाशित किया है. 2015 में कार्टून के प्रकाशन के बाद उसके कार्यालय पर आतंकवादी हमला हुआ था. जिसमें 17 लोगों की मौत हो गई थी. मृतकों में संपादकीय कार्यालय के 12 सदस्य और सभी तीनों हमलावर शामिल थे. गौरतलब है कि कार्टून का दोबारा प्रकाशन ऐसे समय में किया गया है जब 14 लोगों पर सात लोगों पर हमलावरों की मदद करने के आरोप में मुकदमा शुरू होने जा रहा है.


पैगम्बर मोहम्मद के कार्टून का फिर प्रकाशन


पत्रिका ने अपने बयान में कहा कि 'इतिहास को न तो दोबारा लिखा जा सकता और न ही मिटाया जा सकता है.' उसने आतंकवादी हमले के मामले में पहली सुनवाई की पूर्व संध्या पर मंगलवार को यह घोषणा की. हमलावरों को हथियार और रसद मुहैया कराने के आरोपी 13 पुरुषों और एक महिला के खिलाफ बुधवार से सुनवाई शुरू होनी है. इस सप्ताह कार्टून के प्रकाशन के साथ संपादकीय में पत्रिका ने कहा कि हमलों के बाद उसने पैगम्बर मोहम्मद का कार्टून प्रकाशित नहीं करने का फैसला लिया था. लेकिन मामले की सुनवाई शुरू होने के चलते उसके लिए ऐसा करना जरूरी हो गया था.


हमले की सुनवाई से पहले पत्रिका ने बताया जरूरी


आपको बता दें कि 7 जनवरी 2015 में चार्ली हेब्दो पत्रिका के कार्यालय पर आतंकवादी हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट समूह ने ली थी. कार्टून के प्रकाशन के बाद पूरी दुनिया में पत्रिका को काफी विरोध का सामना करना पड़ा था.  आतंकवादी हमले मामले की सुनवाई को मार्च में शुरू होना था मगर कोरोना वायरस महामारी के चलते मुकदमे को टालना पड़ा.


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