ChatGPT AI Software: परीक्षा को पास करने के लिए ChatGPT AI का इस्तेमाल, मात्र 20 मिनट में सॉल्व कर लिए पेपर
ChatGPT AI: स्टूडेंट ने कहा कि मैंने एक लेक्चरर से आखिरी सेमेस्टर के पॉलिटिकल पॉलिसी के पेपर को सॉल्व करने के लिए मांगा और ये देखना चाहा कि क्या वाकई चैट जीपीटी पेपर सॉल्व करने में मदद कर सकता है.
ChatGPT News: आज कल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसी (AI) की बात बहुत हो रही है, इनमें ChatGPT बहुत ही ज्यादा फेमस है. आज के समय में लोग इसका इस्तेमाल कई तरह के कामों के लिए कर रहे है. कई लोग इसका इस्तेमाल खुद के प्रोजेक्ट वर्क के लिए करते हैं. हाल ही एक ग्रेजुएट स्टूडेंट ने यूनिवर्सिटी में आर्टिकल लिखने के लिए ChatGPT का इस्तेमाल किया और मात्र 20 मिनट में पूरे आर्टिकल को बना लिया और परीक्षा को भी पास कर लिया.
विदेशी मीडिया द इंडिपेंडेंट की एक रिपोर्ट के अनुसार इंग्लैंड के ब्रिस्टल में पीटर स्नेपवेंजर्स नामक स्टूडेंट ने पिछले ही साल यूनिवर्सिटी में ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की थी, लेकिन उसने ChatGPT आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसी सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके परीक्षा पास करने का फैसला किया. उसने ये देखने के लिए भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसी का इस्तेमाल करना चाहा कि क्या इसका उपयोग कोर्स वर्क से जुड़े टास्क में किया जा सकता है.
ChatGPT बॉट का इस्तेमाल किया
पीटर स्नेपवेंजर्स ने परीक्षा में 2 हजार शब्दों के आर्टिकल को तैयार करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बॉट का इस्तेमाल किया. बॉट को पॉलिटिकल पॉलिसी पर आर्टिकल लिखना था. इस आर्टिकल को पूरा करने में 20 मिनट लगे. पीटर ने अपने फैकल्टी से आर्टिकल का रिव्यू करने के लिए भी कहा. प्रोफेसर से कहा कि वे कितना स्कोर देंगे. वहीं एक रिपोर्ट में कहा गया है कि यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर सच्चाई जानने के बाद हैरान रह गए. उन्होंने कहा कि ऐसे में स्टूडेंट पासिंग ग्रेड के लिए धोखाधड़ी कर सकते हैं.
विशेषज्ञों ने चिंता व्यक्त की
ग्रेजुएट स्टूडेंट ने कहा कि मैंने रसेल ग्रुप ऑफ यूनिवर्सिटी के एक लेक्चरर से आखिरी सेमेस्टर के पॉलिटिकल पॉलिसी के पेपर को सॉल्व करने के लिए मांगा और ये देखना चाहा कि क्या वाकई में चैटजीपीटी पेपर सॉल्व करने में मदद कर सकता है. चैटबॉट का उपयोग करके कठिन परीक्षाओं को पास करने वाले लोगों की कई कहानियां हाल ही में सुर्खियां बटोर चुकी हैं, यही वजह है कि विशेषज्ञों ने टूल के बारे में अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि इसका दुरुपयोग हो सकता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका में छात्रों को स्कूलों में चैटजीपीटी का उपयोग करने से बैन कर दिया गया है, जबकि ब्रिटिश यूनिवर्सिटी इस बात की समीक्षा कर रही है कि वो इसके उपयोग का पता कैसे लगा सकते हैं.
ये भी पढ़ें:Nabataean Woman Face: 2000 साल पुरानी नेबेतियन महिला का चेहरा तैयार, आप भी देखें