दुनियाभर में कोरोना वायरस फैलाने का आरोप झेल रहे चीन ने कोरोना को लेकर एक और चाल चली है. चीन ने कहा कि कोरोना वायरस का संक्रमण पिछले साल दुनिया के विभिन्न हिस्सों में फैला था लेकिन उसने सबसे पहले इस संबंध में जानकारी दी और कार्रवाई की. चीन ने अमेरिका के उन आरोपों को खारिज किया कि कोविड-19 वुहान में एक जैव-प्रयोगशाला से उभरा है. इसके साथ ही उसने इन आरोप को भी नकार दिया कि मनुष्यों को संक्रमित करने से पहले यह चमगादड़ या पैंगोलिन से मध्य चीनी शहर में फैला था.


चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने बताया 'अधिक से अधिक तथ्य और रिपोर्ट सामने आने से यह साफ हो रहा है कि कोरोना वायरस एक नए तरह का वायरस है. हम जानते हैं कि पिछले साल के अंत में दुनिया के कई क्षेत्रों में यह महामारी फैल गई थी, लेकिन चीन ने सबसे पहले इस महामारी की जानकारी दी थी. हमने ही इसकी पहचान की थी.


चीन का यह बयान अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ के उन आरोपों के जवाब में आया जिसमें कहा गया था कि सत्तारूढ़ कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ चीन ने इस मामले को छिपाया.


वुहान में 23 जनवरी को लगा था लॉकडाउन


वुहान में 23 जनवरी को लॉकडाउन लगाया गया था. उस समय चीन के बाहर केवल 9 केस थे. जबकि अमेरिका में केवल 1 केस मिला था.  अमेरिका ने 2 फरवरी को चीनी नागरिकों के लिए अपना बॉर्डर बंद कर दिया था. उस समय वहां करीब 12 केस थे. बता दें कि अब अमेरिका दुनिया का सबसे संक्रमित देश है जहां 78 लाख से ज्यादा केस मिल चुके हैं, जबकि 2 लाख 17 हजार से ज्यादा मौतें भी हुईं हैं.


चीन कौ सौंपी गई जांच टीम की लिस्ट 


विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने बताया कि WHO एक टीम चीन भेजने वाला है. इससे पहले अगस्त में WHO की दो-सदस्यीय टीम ने चीन का दौरा किया था जहां उन्होंने कोरोना के सोर्स का पता लगाने के लिए जांच की थी.


ज्ञात हो कि मई में विश्व स्वास्थ्य सभा (डब्ल्यूएचए) की वार्षिक बैठक आयोजित हुई थी, जिनेवा स्थित डब्ल्यूएचओ की निर्णय लेने वाली संस्था जो वर्तमान में भारत की अध्यक्षता कर रही है, ने वायरस की उत्पत्ति की जांच के लिए एक सर्वसम्मत प्रस्ताव पारित किया.चीन ने भी इसका समर्थन किया था.


चीन का नया दावा: पिछले साल दुनिया के कई हिस्सों में फैला था कोरोना वायरस लेकिन पहले हमने जानकारी दी