Australia के प्रधानमंत्री का We Chat अकाउंट हैक, चीन पर राजनीतिक हस्तक्षेप का लगा आरोप
We Chat: ऑस्ट्रेलिया में खुफिया एवं सुरक्षा मामलों की संसदीय समिति के अध्यक्ष जेम्स पैटर्सन ने कहा कि वीचैट ने मॉरिसन के अकाउंट को बहाल किए जाने के सरकार के आग्रह पर अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है.
Australian PM We Chat Account: ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन (Scott Morrison) ने चीनी सोशल मीडिया ऐप वीचैट (We Chat) पर अपने अकाउंट का नियंत्रण खो दिया है. देश के शीर्ष सांसदों ने सोमवार को चीनी नेताओं पर सोशल मीडिया पर राजनीतिक हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया है.
सिडनी के ‘द डेली टेलीग्राफ’ के मुताबिक जनवरी की शुरुआत में मॉरिसन के 76 हजार से अधिक वीचैट फॉलोअर को उनके अकाउंट का नाम बदलकर ‘ऑस्ट्रेलियन चायनीज न्यू लाइफ’ किए जाने की जानकारी दी गई थी. यही नहीं, अकाउंट से मॉरिसन की तस्वीर भी हटा दी गई थी.
मॉरिसन के कार्यालय ने रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देने से किया इनकार
अखबार ने दावा किया कि ये बदलाव ऑस्ट्रेलियाई सरकार के संज्ञान में लाए बगैर ही किए गए थे. हालांकि, मॉरिसन के कार्यालय ने रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया करने से इनकार कर दिया. ऑस्ट्रेलिया में खुफिया एवं सुरक्षा मामलों की संयुक्त संसदीय समिति के अध्यक्ष जेम्स पैटर्सन ने कहा कि वीचैट ने मॉरिसन के अकाउंट को बहाल किए जाने के सरकार के आग्रह पर अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है.
पैटर्सन ने आरोप लगाया कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (Communist Party of China) ऑस्ट्रेलिया में मई में प्रस्तावित चुनावों के मद्देनजर मॉरिसन को सेंसर कर रही है. उन्होंने कहा कि यह कदम ऑस्ट्रेलियाई लोकतंत्र में राजनीतिक दखल देने की कोशिश करने सरीखा है.
मॉरिसन की लिबरल पार्टी के सदस्य ने साथी सांसदों से इस ऐप का बहिष्कार करने की अपील की
मॉरिसन की लिबरल पार्टी के सदस्य पैटर्सन ने सभी सांसदों से चीनी कंपनी ‘टेनसेंट’ की ओर से संचालित इस ऐप का बहिष्कार करने की अपील भी की. उन्होंने कहा कि यह गंभीर चिंता का विषय है कि वीचैट पर सक्रिय 12 लाख चीनी-ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों की मॉरिसन सरकार से आने वाली खबरों तक पहुंच बाधित हो गई है, लेकिन वे विपक्षी नेता एंथोनी अल्बानीज द्वारा की जाने वाली सरकार की आलोचनाओं को आराम से देख-पढ़ सकते हैं.
लिबरल पार्टी के एक अन्य सांसद एवं पूर्व राजनयिक डेव शर्मा ने आरोप लगाया कि इस दखलअंदाजी को संभवत: चीन सरकरा ने मंजूरी दी है. चीन सितंबर 2021 में ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और अमेरिका के बीच घोषित एक नए गठबंधन का आलोचक रहा है. इस गठबंधन के तहत ऑस्ट्रेलिया को परमाणु पनडुब्बी मुहैया कराई जानी है.