क्या चीन भी अब रूस की राह पर चल पड़ा? जानिए क्या है चीन का 'प्लान ताइवान'
चीनी विमान लगातार ताइवान की सीमा में दाखिल हो रहे हैं. ऐसे में चीन और ताइवान का मुद्दा लगातार गर्माता जा रहा है. लेकिन सवाल ये है क्या मौजूदा हाल में चीन भी रूस की राह पर आगे बढ़ेगा?
क्या चीन अब रूस की राह पर चल पड़ा है? ये सवाल इसलिए क्योंकि ताइवान में 13 चीनी लड़ाकू विमानों ने घुसपैठ की. इसमें सात J-10, पांच J-16 और एक वाई-8 इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर लड़ाकू विमान था. तो ताइवान ने चेतावनी देकर सभी को अपनी वायुसीमा से खदेड़ दिया. तो क्या चीन... यूक्रेन पर रूसी कार्रवाई जैसी तैयारी में जुटा है.
ऐसा पहली बार नहीं है चीन लगातार घुसपैठ कर रहा है कभी हवाई सीमा में तो कभी जल सीमा में. चीन की बढ़ती घुसपैठ के बाद ताइवान को लगातार रक्षा तैयारियां तेज करनी पड़ रही हैं. ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग वेन के सामने ताइवान की रिजर्व सेना प्रैक्टिस कर रही है. ये सारी तैयारी चीन के मंसूबों को जवाब देने के लिए है.
राष्ट्रपति साई इंग वेन ने एक बयान में कहा, 'यूक्रेन के हालात से साबित होता है कि हमें ही अपने देश की रक्षा करनी है. सिर्फ विदेश से मदद ही नहीं बल्कि देश की एकता भी जरूरी है. रिजर्व फोर्स को भी ट्रेनिंग हमारी आत्मरक्षा और दुश्मनों को हर मोर्चे पर टक्कर देने के लिए जरूरी है.' यूक्रेन में भी रूस को यही दिक्कत आ रही है क्योंकि हर शहर में यूक्रेनी लड़ाके रूस से मोर्चा ले रहे हैं. 20 दिन बाद भी रूस किसी बड़े शहर पर कब्जा नहीं कर पाया है. ताइवान पर चीन की नजर पुरानी है.
आखिर क्या है चीन और ताइवान का विवाद
चीन हमेशा से ही ताइवान को अपना हिस्सा मानता आया है. दूसरे विश्व युद्ध के बाद ताइवान चीन से अलग हो गया था. जबकि ताइवान खुद को एक आजाद देश मानता है. केवल 13 देशों ने ताइवान को एक संप्रभु देश की मान्यता दी है. उधर अमेरिका भी चीन के इरादों को जानता है. उसे अंदेशा है कि चीन ताइवान पर यूक्रेन जैसा हमला कर सकता है. चीन इसको लेकर अमेरिका को धमकी भी दे चुका है.
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वेन वेनबिन ने एक बयान में कहा, 'यदि अमेरिका ताइवान की आजादी को बढ़ाने की कोशिश करता है
तो हम उसे चेतावनी देना चाहेंगे कि इससे केवल ताइवानी की आजादी चाहने वालों का नुकसान होगा. अमेरिका को अपने जोखिम भरे कामों लिए भारी कीमत चुकानी होगी.'
ये भी पढ़ें-
भारत की ओर से पाकिस्तान पर मिसाइल दागने पर अमेरिका ने भी दिया बयान, इस बात के संकेत से किया इनकार