China ने की अपने रक्षा बजट में बढ़ोतरी की घोषणा, जानें USA और Russia के मुकाबले कितना ताकतवर है ड्रैगन
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चीन के साथ बढ़ते तनाव के बीच 768.2 अरब के रक्षा बजट को मंजूरी दी थी, इसमें हिंद प्रशांत क्षेत्र में अभियान के लिये 7.1 अरब डॉलर का प्रावधान किया गया था.
चीन ने वर्ष 2022-23 के लिये अपने रक्षा बजट में बड़ी बढ़ोतरी की है. उसने अपना रक्षा खर्च 7.1% से बढ़ाकर 229 बिलियन डॉलर कर दिया है. इससे पहले उसका रक्षा बजट 6.8% था. शनिवार को अपने बजट खर्च की घोषणा करते हुये उसने अपनी सेना के शक्तिशाली होने का संदेश दिया है. अमेरिका के बाद चीन अब दुनिया में सबसे ज्यादा रक्षा बजट पर खर्च करने वाला देश बन गया है.
रक्षा पर खर्च करने के मामले में पहले नंबर पर है अमेरिका
गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चीन के साथ बढ़ते तनाव के बीच साल 2022 के लिये 768.2 अरब के रक्षा बजट को मंजूरी दी थी. इसमें हिंद प्रशांत क्षेत्र में अभियान चलाने के लिये 7.1 अरब डॉलर का प्रावधान किया गया था. बजट में अत्याधुनिक तकनीकों जैसे हाइपर सोनिक हथियार, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, 5जी, क्वांटम कंप्युटिंग जैसे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिये महत्वपूर्ण तकनीकों पर जोर दिया गया था.
रक्षा बजट पर खर्च के मामले में दुनिया में तीसरे नंबर पर है रूस
वहीं रूस का वैश्विक हथियारों के व्यापार पर नजर रखने वाली संस्था स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट के मुताबिक साल 2020 में रूस का रक्षा बजट 61.7 अरब अमेरिकी डॉलर था जोकि चीन और अमेरिका के बाद दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा रक्षा बजट था.
भारत ने इस साल रक्षा बजट में 2021-22 के मुकाबले करीब 10 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है. इस साल यानि 2022-23 का कुल रक्षा बजट करीब 5.25 लाख करोड़ है. पिछले साल यानि 2021-22 का कुल रक्षा बजट 4.78 लाख करोड़ था.
भारत ने रिसर्च पर खर्च किया है काफी पैसा
डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट (R&D) में प्राईवेट इंटस्ट्री को बढ़ावा देने के इरादे से पहली बार रक्षा बजट में आरएंडडी का 25 फीसदी हिस्सा स्टार्ट-अप, स्वदेशी इंडस्ट्री और शैक्षिक संस्थानों को आवंटित किया जाएगा.