Pakistna पाकिस्तान में चुनाव के बाद सियासी बखेड़ा थमने का नाम नहीं ले रहा है. देश में तीन दिन से इंटरनेट बंद है तो वहीं इस्लाबाद उच्च न्यायालय ने तीन उम्मीदवारों की जीत को चुनौती दिए जाने के बाद तीनों निर्वाचन क्षेत्रों का परिणाम रद्द कर दिया है. इन सबके बीच दोस्त चीन ने अब पाकिस्तान चुनाव को लेकर चुप्पी तोड़ी है. इससे पहले अमेरिका भी पाकिस्तान चुनाव में पारदर्शिता की कमी का आरोप लगा चुका है.  


चीन ने पाकिस्तान में हुए चुनाव में किसी भी दल को बहुमत नहीं मिलने के बाद गठबंधन सरकार बनाने के लिए संघर्ष कर रहे राजनीतिक दलों से “राजनीतिक एकजुटता और सामाजिक स्थिरता” के लिए साथ मिलकर काम करने का सोमवार को आग्रह किया.


किसको पाकिस्तान में मिलीं कितनी सीटें


नेशनल असेंबली के चुनाव में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों को 93 सीटों पर जीत मिली है.पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के नेतृत्व वाली पीएमएल-एन ने 75 सीट जीतीं जबकि पीपीपी 54 सीट के साथ तीसरे स्थान पर रही. मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) को 17 सीट पर जीत मिली थी.


सरकार बनाने के लिए अभी भी चल रही बात


पाकिस्तान में सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी के पास 266 सदस्यीय नेशनल असेंबली की 265 निर्वाचित सीट में से 133 सीट होनी चाहिए. पीटीआई के सरकार नहीं बना पाने की स्थिति में पीएमएल-एन और पीपीपी सरकार गठन के लिए बातचीत कर रहे हैं.


क्या भेजा चीन ने मैसेज?


चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा, 'हमने देखा कि पाकिस्तान में आम चुनाव मौटे तौर पर स्थिर और सुचारू तरीके से हुए, और हम बधाई देते हैं.' उन्होंने कहा, 'एक करीबी और मित्र पड़ोसी के रूप में, चीन पाकिस्तानी लोगों की पसंद का पूरा सम्मान करता है और उम्मीद करता है कि पाकिस्तान की संबंधित पार्टियां चुनाव के बाद राजनीतिक एकजुटता व सामाजिक स्थिरता बनाए रखने के लिए मिलकर काम करेंगी.'


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