नई दिल्ली: चीन ने अपने पहले कोरोना वायरस वैक्सीन के लिए क्लीनिकल ट्रायल शुरू किया है. इसे देश की शीर्ष मिलिट्री वायो-वारफेयर विशेषज्ञ और उसकी टीम द्वारा विकसित किया गया है. प्रमुख रिसर्चर चेन वेई ने कल रात घोषणा की कि बीजिंग ने परीक्षण शुरू करने की अनुमति दे दी है.
बायो-वारफेयर एक्सपर्ट ने बताया, ''वैक्सीन कोरोना वायरस को खत्म करने का सबसे मजबूत वैज्ञानिक हथियार है.'' उन्होंने कहा कि ''अगर चीन ऐसा आविष्कार कर लेता है और मरीजों को बचाने में सबसे पहले सफल होता है. इसके अलावा अपना पेटेंट कराने वाला पहला देश बनता है तो यह हमारे देश की छवि और विज्ञान के क्षेत्र में प्रगति को दर्शाता है.''
चेन ने कहा, रिसर्च टीम वैक्सीन के बड़े पैमाने पर उत्पादन के लिए भी तैयार किया है. रिसर्च टीम की प्रमुख चेन वेई ने कल रात घोषणा की कि केंद्र सरकार ने परीक्षण शुरू करने की अनुमति दे दी है. वह वुहान में वैक्सीन पर काम कर रही हैं.
बता दें कि कोरोना वायरस की वजह से दुनियाभर में आठ हजार से ज्यादा लोगों ने अपनी जान गंवाई है. चीन में सबसे ज्यादा 3237 लोगों की मौत हुई है. चीन के बाद इटली में 2503, ईरान में 988, स्पेन में 533, अमेरिका में 109 और फ्रांस में 175 लोगों की मौत हुई है.
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