Beijing Pollution: चीन की राजधानी बीजिंग में शुक्रवार की सुबह प्रदूषण की घनी चादर ने पूरे शहर को घेर लिया. इस कारण बीजिंग में शुक्रवार को हाईवे और स्कूल प्लेग्राउंड को बंद कर दिया गया. वहीं, कई घंटों तक लोग घर से बाहर नहीं निकले. चीन के मौसम विभाग के अनुसार, शहर के कई हिस्सों में विजिबिलिटी घटकर 200 मीटर से कम होने के साथ आज उत्तरी चीन में धुंध की मोटी परत छाई रही. कम विजिबिलिटी के कारण शंघाई, तियानजिन और हार्बिन सहित प्रमुख शहरों के राजमार्गों को बंद कर दिया गया. 


चीन ने हाल के दिनों में उर्जा की कमी को पूरी करने के लिए कोयला उत्पादन में तेजी लाई है. चीन में ऊर्जा संकट के कारण आपूर्ति श्रृंखला बाधित हो रही थी. तेजी से हुए औद्योगीकरण के कारण ही चीन की राजधानी बीजिंग में वायु प्रदूषण इस स्तर पर पहुंचा है. बता दें कि चीन, जलवायु परिवर्तन के लिए जिम्मेदार ग्रीनहाउस गैसों का दुनिया का सबसे बड़ा उत्सर्जक है. चीन अपनी ऊर्जा का लगभग 60 प्रतिशत कोयले को जलाने से उत्पन्न करता है.


वहीं, दुनिया भर के नेता इस सप्ताह स्कॉटलैंड में COP26 वार्ता के लिए एकत्रित हुए, जो कि विनाशकारी जलवायु परिवर्तन को रोकने के अंतिम अवसरों में से एक के रूप में अंकित किया गया. हालांकि, इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में चीनी के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने व्यक्तिगत रूप से भाग लेने के बजाय लिखित भाषण दिया. 


बीजिंग में सर्दी के मौसम की शुरुआत के साथ ही प्रदूषण को लेकर अर्लट जारी कर दिया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदूषण को रोकने के लिए गतिविधियों को भी बंद करने की आवश्यकता थी, लेकिन चीन की सरकार ने ऐसा करने से मना कर दिया है. वहीं, चीन में स्थिति और भी ज्यादा बिगड़ने की आशंका जताई जा रही है. इसके पीछ की वजह साइबेरिया से आने वाली शीत लहर को बताया जा रहा है.


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