(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Pakistan Job Crisis: अब चीन भी नहीं दे रहा साथ? पाकिस्तान में इस चाइनीज कंपनी ने हजारों कर्मियों को नौकरी से हटाया
पाकिस्तानी लोग नकदी संकट झेल रहे हैं, वे LPG गैस, पेट्रोल, बिजली, रोटी, खाद्य तेल और दवा जैसी मूलभूत जरूरतों के लिए परेशान हैं. अब यहां नौकरियां जा रही हैं. दाराज कंपनी के फैसले से बड़ा झटका लगा है.
Pakistan Crisis: आर्थिक बदहाली से जूझ रहे पाकिस्तान में अब तेजी से लोगों की नौकरियां जाने लगी हैं. वैश्विक मंदी के बीच अमेरिका जैसे बड़े देशों में नौकरियों में छंटनी की प्रवृत्ति पाकिस्तान में भी व्याप्त हो गई है, अब यहां एक बड़ी चाइनीज कंपनी ने 11% कर्मचारियों को हटाने का ऐलान कर दिया. इससे पहले से ही नकदी संकट झेल रहे पाकिस्तान के लोग एलपीजी गैस, पेट्रोल, बिजली, रोटी, खाद्य तेल और दवा जैसी मूलभूत जरूरतों के लिए परेशान थे.
चाइनीज अलीबाबा के स्वामित्व वाले ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म दाराज़ (स्टार्टअप कंपनी) की ओर से कहा गया कि को कर्मचारियों की संख्या कम करेगी. दाराज़ के सीईओ बर्जर्के मिकेलसेन ने एक बयान में कहा कि 11% कर्मचारियों को हटाया जा रहा है. यह खबर पाकिस्तानी अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने छापी है. एक्सप्रेस ट्रिब्यून से बात करते हुए टॉपलाइन सिक्योरिटीज आईसीटी के एनालिस्ट नशीद मलिक ने कहा, '2022 की आखिरी तिमाही में दाराज़ कंपनी की फंडिंग में गिरावट आने से नौकरियों में छंटनी शुरू हुई है.' हालांकि यह नहीं बताया गया है कि फंडिंग में गिरावट कैसे आई.
चाइनीज स्वामित्व वाले ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से पाक को झटका
दाराज़ के फैसले से पाकिस्तान में नौकरियों का संकट और बढ़ जाएगा. यहां पहले से ही कई कंपनियां बंद हो रही थीं. दाराज़ के पाकिस्तानी अधिकारियों का कहना है कि स्टार्टअप्स ने प्रॉफिटेबिलिटी और कैश फ्लो पर ग्रोथ को प्राथमिकता दी है, जिससे लगातार कैश खत्म हो रहा है. वहीं, 11% कर्मचारियों की छंटनी के बारे में दाराज़ ग्रुप ने कहा कि यह कदम कठिन बाजार माहौल, यूक्रेन संकट, आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान, बढ़ती मुद्रास्फीति, हाई टैक्स और कम सरकारी सब्सिडी कटौती के कारण उठाया गया.
3,000 लोगों की नौकरी जाएगी
दाराज़ के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर बर्जर्के मिकेलसेन के मुताबिक, छंटनी से 3,000 फुलटाइम लोकल एम्प्लॉइज प्रभावित होंगे. मिकेलसेन ने एक मीडिया ग्रुप से बातचीत में कहा कि उनके ग्रुप के पाकिस्तान और बांग्लादेश सबसे बड़े बाजार हैं. उनका ग्रुप श्रीलंका और नेपाल में भी काम करता है.
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