Global Terrorist: चीन ने शुक्रवार को एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र (Unites Nations) में अमेरिका और भारत की ओर से लाए गए प्रस्ताव पर रोक लगा दी, जिसमें लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के साजिद मीर को 'वैश्विक आंतकवादी' घोषित किया जाना था. साजिद मीर भारत का मोस्टवांटेड आतंकवादी है और 2008 के मुंबई हमलों में शामिल था.
बता दें कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 अल-कायदा प्रतिबंध समिति के तहत वैश्विक आतंकवादी के रूप में मीर को ब्लैक लिस्ट में डालने के लिए अमेरिका ने प्रस्ताव पेश किया, जिसका भारत ने समर्थन किया. साजिद मीर लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का शीर्ष कमांडर है और लश्कर-ए-तैयबा के 'इंडिया सेटअप' का प्रभारी है.
मुंबई टेरर अटैक का मास्टरमाइंड है साजिद मीर
साजिद मीर मुंबई टेरर अटैक (26 नवंबर, 2008) के मास्टरमाइंड में से एक है. वह अब तक के सबसे बड़े विदेशी लश्कर-ए-तैयबा आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार था, जिसके परिणामस्वरूप भारत और पश्चिमी देशों सहित कई देशों के नागरिकों की मौत हुई थी.
हमले के दौरान 175 लोग मारे गए (18 पुलिस कर्मी, 122 लोग, 26 विदेशी और 9 आतंकवादी) और 291 घायल हुए (25 पुलिस कर्मी, 243 लोग, 22 विदेशी और एक आतंकवादी अजमल कसाब). मीर, नवंबर 2008 के मुंबई आतंकी हमलों के लिए लश्कर-ए-तैयबा का प्रोजेक्ट मैनेजर था. उसने सैटेलाइट फोन के जरिए हमले में शामिल आतंकियों को ऑपरेशन के दौरान बंधकों को अंजाम देने का निर्देश दिया था. वह भारत में लश्कर के गुर्गों को लॉन्च करने में भी सक्रिय रूप से शामिल है.
चीन बार-बार डाल रहा अड़ंगा!
चीन जो पाकिस्तान का सबसे अच्छा दोस्त है, वह लगातार ब्लैकलिस्ट होने के लिए पाक आतंकियों के रास्ते में बाधा बनता आया है. जून में चीन ने आखिरी मौके पर एक और पाकिस्तानी आतंकी अब्दुल रहमान मक्की को आतंकी घोषित करने वाले प्रस्ताव में भी बाधा डाली थी. चीन मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी वाले प्रस्ताव में भी बाधा बना था. मसूद को साल 2016 में हुए पठानकोट आतंकी हमले के बाद से ग्लोबल आतंकी घोषित करने के प्रयास किए गए थे, लेकिन साल 2019 में पुलवामा आतंकी हमले के बाद उसे वैश्विक आतंकी घोषित किया जा सका था.
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