अमेरिकी चुनाव नतीजे आने के बावजूद चुप्पी साधे रखने वाले चीन ने करीब हफ्ते भर बाद अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन को शुक्रवार को बधाई दी. डोनाल्ड ट्रंप ने हालांकि अभी तक हार मानने से इनकार कर दिया है. लेकिन जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल समेत दुनियाभर के नेताओं बाइडेन को बधाई दी. इसके बाद आखिरकर विदेश मंत्रालय की प्रेस कॉन्फेंस के दौरान बीजिंग ने अमेरिकी चुनाव में राष्ट्रपति के लिए जो बाइडेन की जीत पर अपनी चुप्पी तोड़ी.


विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वेंग वेनबिन ने एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा- “हम अमेरिकी की जनता की पसंद का स्वागत करते हैं. हम जो बाइडेन और कमला हैरिस की जीत पर उन्हें बधाई देते हैं.”  वांग ने आगे कहा कि चीन यह मानता है कि अमेरिकी चुनाव का परिणाम वहां के कानूनों और प्रक्रियाओं के आधार पर निर्धारित किया जाएगा.


चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की ओर से उम्मीदवार मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा हार मानने से इनकार किए जाने के बाद चीन ने डेमोक्रेट प्रत्याशी बाइडेन को बधाई नहीं दी थी. वांग ने 9 नवंबर को बाइडन को उनकी जीत पर बधाई देने से इनकार कर दिया था और कहा था कि अमेरिकी चुनाव के परिणाम देश के कानूनों और प्रक्रियाओं द्वारा निर्धारित होने चाहिए. उल्लेखनीय है कि ट्रंप के चार साल के कार्यकाल में चीन-अमेरिका संबंध सबसे खराब दौर में थे.


हालांकि, रूस, ब्राजील और मैक्सिकों ने अभी तक इस पर चुप्पी साध रखी और कहा कि वह अगले महीने यूएस इलेक्ट्रल कॉलेज की तरफ से वोट की पुष्टि करने तक का इंतजार करेंगे.


क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्रि पेस्कोव ने सोमवार का कहा, “हम यह मानते हैं कि चुनाव के परिणामों की आधिकारिक घोषणा होने तक उसका इंतजार करना ठीक रहेगा.” गौरतलब है कि साल 2016 के चुनाव में जैसी यूएस मीडिया के अनुमानों पर जीत बताया गया था फौरन चीन के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने डोनाल्ड ट्रंप को बधाई दे दी थी.


जो बाइडेन ने मंगलवार को यूरोप के कई नेताओं को फोन कॉल कर उनसे अगले कार्यकाल में प्राथमिकताओं पर चर्चा की. लेकिन, ट्रंप प्रशासन ने उनकी जीत को मानने से इनकार कर दिया है.