European Union Member Walk Out In Front Of Putin: इन दिनों रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) चीन के दौरे पर हैं. रूसी राष्ट्रपति बीजिंग में बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) की तीसरी सालगिरह में अतिथि के रूप में चीन पहुंचे हैं. इस दौरान बुधवार (18 अक्टूबर) को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अरबों डॉलर की परियोजना बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव परियोजना के जश्न में बीजिंग के तियानमेन स्क्वायर के ग्रेट हॉल ऑफ द पीपुल में एक समारोह का आयोजन किया. इस समारोह में विश्व भर में 1000 से ज्यादा प्रतिनिधियों ने भाग लिया.
ग्रेट हॉल ऑफ द पीपुल आयोजित समारोह में जैसे ही रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने अपना भाषण शुरू किया ठीक उसी वक्त समारोह में मौजूद यूरोपीय प्रतिनिधियों सहित कई लोग शिखर सम्मेलन से बाहर चले गये. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक बाहर जाने वाले प्रतिनिधियों में फ्रांस के पूर्व प्रधानमंत्री यूरोपीय जीन-पियरे रफ़रिन भी शामिल थे.
वॉक आउट का हुआ वायरल
यूरोपीय प्रतिनिधियों ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर के स्पीच के दौरान वॉक आउट करते हुए यूरोप और पश्चिम में बढ़ते भू-राजनीतिक विभाजन को रेखांकित की कोशिश की है. इस घटना से जुड़ा एक वीडियो भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर वायरल हो रहा है, जिसमें यूरोपीय प्रतिनिधियों को कार्यक्रम से वॉक आउट होते दिखाया जा रहा है.
हालांकि, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपनी स्पीच के दौरान चीनी नेता शी जिनपिंग को उनके निमंत्रण के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि रूस चीन के प्राचीन सिल्क रोड के आधुनिक पुनरुद्धार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. उन्होंने कहा कि रूस और चीन दुनिया के ज्यादातर देशों की तरह सभ्यता और विविधता के अधिकार का सम्मान करते है.
ICC के तरफ से जारी गिरफ्तारी वारंट
यूक्रेन से रूस में बच्चों के अवैध निर्वासन पर मार्च में अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (ICC) की ओर से रूसी राष्ट्रपति के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने के बाद से अपनी दूसरी विदेश यात्रा पर मंगलवार को बीजिंग पहुंचे थे.आपको बता दें कि चीन उन कुछ जगहों में से एक है जहां पुतिन को गिरफ्तार नहीं किया जा सकता है, क्योंकि यह ICC राज्य नहीं है. चीन के कार्यक्रम के दौरान दो रूसी नौसैनिक अधिकारी पुतिन के पीछे चल रहे थे, जिनके हाथों में एक ब्रीफकेस था, जिसे चेगेट के नाम से जाना जाता है - जो परमाणु हमले के लॉन्च के आदेश को केंद्रीय सैन्य कमान तक पहुंचा सकता है.