China Canada Relation: बढ़ते तनाव की खबरों के बीच कनाडा में चीन के राजदूत कांग पेइवु ने करीब 5 साल बाद अपना पद छोड़ दिया. ग्लोबल अफेयर्स कनाडा के एक प्रतिनिधि के अनुसार, कांग पेइवु चीन लौट गए हैं. हालांकि, ओटावा में चीनी दूतावास ने इस मामले पर कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है.
पेइवु ने 2019 से कनाडा में चीन के राजदूत के रूप में काम किया. हालांकि, उनके बाहर निकलने की खबर कई समाचार एजेंसियों ने पहले ही दे दी थी. पेइवु ने ऐसे समय पर कनाडा को छोड़ा, जब दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध खराब होने लगे थे.
इसलिए बिगड़े चीन और कनाडा के संबंध
दरअसल, 2018 से 2021 के अंत तक बीजिंग ने कई बड़े फैसले लिए, जिनसे दोनों देशों के रिश्तों में खटास आई. इनमें कनाडाई नागरिक माइकल स्पावर और माइकल कोवरिग को हिरासत में लेने का मुद्दा सबसे अहम था. अमेरिकी प्रत्यर्पण वॉरंट पर हुआवेई के मुख्य वित्तीय अधिकारी मेंग वानझोउ की गिरफ्तारी के प्रतिशोध के रूप में इनकी गिरफ्तारी को देखा गया था.
हाल ही में ये भी बात सामने आई कि कनाडा के चुनावों में भी चीन ने हस्तक्षेप किया था. इसके बाद तो चिंताएं और बढ़ गईं. पिछले हफ्ते कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी कहा कि उन्हें विश्वास नहीं है कि चीन कनाडा में 2019 और 2021 के चुनावों के नतीजे को प्रभावित करने में सफल रहा.
रिश्ते सुधारने की कोशिश
हालांकि, कनाडा फिर भी चीन के साथ रिश्ते सुधारने की कोशिश में लगा है. उप मंत्री डेविड मॉरिसन दोनों देशों के बीच संबंधों को सुधारने के लिए चीन में हैं. कनाडा के विदेश मंत्री मेलानी जोली के कार्यालय ने भी इसकी पुष्टि की है. हालांकि, ग्लोबल अफेयर्स कनाडा ने अभी तक उनकी यात्रा के लिए कोई प्लान जारी नहीं किया है. इस साल जनवरी में भी दोनों देशों ने एक-दूसरे के साथ संबंध मजबूत करने का बयान दिया था. बातचीत के दौरान जोली ने अपने चीनी समकक्ष वांग यी से कई कई मुद्दों पर बात भी की थी.
ये भी पढ़ें: China Information Support Force: साइबर वॉर की तैयारी में चीन! शी जिनपिंग के इस ऐलान ने बढ़ाई दुनिया की टेंशन