China Covid Case: दुनिया में कोरोना (Corona) का सबसे पहला मामला चीन के वुहान (Wuhan) शहर से आया था. इसके बाद पूरी दुनिया के बाकी के हिस्सों में कोरोना ने अपने पैर फैलाने शुरू कर दिए. हाल ही में चीन के डिजीज कंट्रोल बोर्ड (DCB) ने अपनी एक नई रिपोर्ट में वायरस संक्रामकता में हुई बढ़ोतरी पर चिंता जाहिर की है. उन्होंने कहा कि दिसंबर से फरवरी के दौरान 114 करोड़ लोग कोरोना से प्रभावित हुए.
चाइनीज सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने इस हफ्ते अपनी साप्ताहिक रिपोर्ट में डेटा पेश किया. उन्होंने डेटा के आधार पर कहा कि कोविड-19 के मामले दिसंबर 2022 से जनवरी 2023 तक बढ़े हैं. इस दौरान चीन ने जीरो कोविड पॉलिसी के नियमों को हटा दिया था. चीनी सरकार ने जीरो कोविड पॉलिसी में टेस्टिंग, कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग और लॉकडाउन शामिल थे.
बूस्टर शॉट्स के पॉजिटिव इफेक्ट
चाइनीज सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने रिपोर्ट में टीके के बूस्टर शॉट्स के पॉजिटिव प्रभाव को भी दिखाया. बूस्टर शॉट्स कोरोना के लक्षणों को रोकने में प्रभावी साबित हुई. सरकारी चाइना डेली अखबार ने एक रिपोर्ट में कहा कि कोरोना संक्रमण दिसंबर और जनवरी के दौरान बढ़े हैं.
कई संक्रमित लोगों ने न्यूक्लिक एसिड या एंटीजन टेस्ट नहीं करवाए, इसकी वजह से सटीक आंकड़े बताना भी मुश्किल हैं. CDC ने अज्ञात ऑनलाइन सर्वेक्षण के मदद से बीमारी की गंभीरता का अनुमान लगाने का फैसला किया. इसके लिए उन्होंने लिंग, आयु, पता, व्यवसाय, लक्षण और क्या उन्हें टीका लगाया गया था. इस तरह की जानकारी जुटाने का काम किया.
CDC ने दिसंबर और फरवरी के बीच चार बार सर्वेक्षण किया
CDC ने दिसंबर और फरवरी के बीच चार बार सर्वेक्षण किया. उनके परिणामों से पता चला कि दिसंबर के पहले हफ्ते से 7 फरवरी तक देश की 82.4 फीसदी आबादी वायरस से संक्रमित हुई. CDC ने पहले कहा था कि चीन में कोविड-19 संक्रमणों की संख्या पिछले साल 22 दिसंबर को प्रति दिन 69.4 लाख पर पहुंच गई और फिर धीरे-धीरे कम होने लगी.
ग्लोबल टाइम्स ने कहा कि सर्वेक्षण में केवल वीचैट उपयोगकर्ताओं को ही शामिल किया गया था. इनमें केवल 2,316 प्रतिभागियों का एक नमूना शामिल था, जो निश्चित तारीखों के अंदर संक्रमित पाए गए थे.
ये भी पढ़ें: Taiwan China Conflict - ड्रैगन ने फिर चली चाल! ताइवान के चारों ओर चीनी सेना ने उड़ाए इतने रूसी लड़ाकू विमान और ड्रोन