China Moon Mission: चीन ने लॉन्च किया मून मिशन, चांद के दक्षिणी ध्रुव से धरती पर सैंपल लाएगा 'चांग E-6'
China Moon Mission: चीन ने चंद्रमा के साउथ पोल से नमूना इकट्ठा करने के लिए 'चांग E-6' मिशन लॉन्च किया है. नमूनों की जांच के बाद चंद्रमा को लेकर कई बड़े खुलासे किए जा सकेंगे.

China Moon Mission: चीन ने अपने नए चंद्र मिशन 'चांग E-6' को सफलता पूर्वक शुक्रवार (03 मई) को लॉन्च कर दिया. चीन के इस चंद्र मिशन का लक्ष्य चंद्रमा के सुदूर क्षेत्र से 2 किलो नमूने इकट्ठा करना है. इसके लिए चीनी अंतरिक्ष एजेंसी ने 'चांग E-6' रोबोटिक लूनर एक्सप्लोरेशन मिशन को वेनचांग अंतरिक्ष प्रक्षेपण केंद्र से शुक्रवार की सुबह 5.37 बजे सफलतापूर्वक लॉन्च किया. चीन का 'चांग E-6'मिशन 53 दिन तक चल सकता है, इस दौरान चीन का रोबोट विश्लेषण के लिए चंद्रमा के अंधेर वाले इलाके से 2 किलो चंद्र नमूने इकट्ठा करेगा.
चीन की अंतरिक्ष एजेंसी चाइना नेशनल स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (CNSA) ने कहा है कि चीन का यदि यह मिशन सफल हुआ तो अंतरिक्ष में चीन के लिए यह बड़ी उपलब्धि होगी, क्योंकि अभी तक किसी भी देश ने चंद्रमा के इतने दूर के इलाके से नमूने लेकर वापस नहीं लौटा है. चीन ने चंद्रमा देवी के नाम पर इस मिशन का नाम 'चांग E-6' रखे हैं. चीन को उम्मीद है कि उनका यह मिशन सफल होगा और चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव-एटकेन बेसिन से नमूने लेकर वापस लौटेगा.
चीन और अमेरिका में चंद्र मिशन को लेकर होड़
दरअसल, चीन और अमेरिका के बीच चंद्र मिशन को लेकर होड़ मची है. एक के बाद एक चीन और अमेरिका चंद्र मिशन लांच कर रहे हैं. साल 2019 में चीन का 'चांग E-4' मिशन सफलतापूर्वक चांद पर उतरा था. इसके बाद चीन ने साल 2020 में 'चांग E-5' भी लॉन्च कर चुका है, जो चंद्रमा के निकट से 1.73 किलोग्राम चंद्र रेजोलिथ को सफलतापूर्वक लेकर वापस लौटा था. हालांकि, चीन का 'चांग E-6' मिशन का पैरामीटर अधिक महत्वाकांक्षी और वैज्ञानिक रूप से अधिक जटिल है. इसके चार अलग-अलग अंतरिक्ष यान को चंद्रमा के दूर से 2 किलोग्राम तक रेगोलिथ को सफलतापूर्वक वापस लाने का लक्ष्य दिया गया है.
चीन से पहले चांद पर पहुंचना चाहता है अमेरिका
साल 2030 तक चीन का लक्ष्य मनुष्यों को चंद्रमा पर लाना है. वहीं नासा पहले ही घोषणा कर चुका है कि अमेरिका चंद्रमा पर जाने में देरी कर रहा है, लेकिन साल 2026 तक अमेरिका चीन से पहले चंद्रमा पर पहुंच जाएगा. चीन के इस मिशन के लिए चाइना नेशनल स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (सीएनएसए) जिम्मेदार है, जो चीन की एक सरकारी एजेंसी है. चीन के स्पेस एजेंसी का मुख्यालय बीजिंग के हैडियन में है. चीन की यह एजेंसी नागरिक अंतरिक्ष प्रशासन और अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष सहयोग के लिए जिम्मेदार है.
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